Ankita Bhandari Murder Case : अंकिता भंडारी हत्याकांड को दो साल से ज्यादा समय बीत गया है। कोर्ट ने आज, 30 मई गुरूवार को इस मामले में फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने इस हत्याकांड में पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकिता गुप्ता को दोषी ठहराया है। सभी के लिए हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा का ऐलान किया गया है। अंकिता भंडारी हत्याकांड में पुलकित आर्य को आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने जुर्माना भी लगाया है। पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए का मुआवजे का ऐलान किया गया है.
आज आएगा कोर्ट का फैसला
बता दें कि इस मामले की सुनवाई कुल दो साल आठ महीने तक चली। सुनवाई के दौरान तमाम सबूतों और गवाहों को कोर्ट के सामने पेश किया गया। इसमें अभियोजन पक्ष की ओर से 47 गवाह भी पेश किए गए। साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए SIT का भी गठन किया गया। इस मामले में 500 से ज्यादा पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई थ।
क्या था पूरा मामला?
दरअसल 18 सितंबर 2022 को उत्तराखंड के पौड़ी में अंकिता भंडारी की हत्या कर दी गई थी। अंकिता यमकेश्वर के वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काफी समय से काम कर रही थी। जिसके बाद अचानक अंकिता भंडारी रिजॉर्ट से लापता हो गई, उसका शव नहर से बरामद हुआ। हत्या की खबर लगते ही इलाके में हड़कंप मच गया। आरोप है कि रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो साथियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर अंकिता के हत्या कर दी थी। उन्होंने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया था, फिलबाल सभी आरोपी सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता जेल में बंद है।
किस बात को लेकर हुआ अंकिता की हत्या?
जानकारी के अनुसार अभियोजन पक्ष के मुताबिक किसी बात को लेकर अंकिता का पुलकित से झगड़ा हो गया था। इसी झगड़े के बाद रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर अंकिता की हत्या की थी। इस केस के तीनों आरोपियों को हत्या के 5वें दिन 23 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस पूछताछ के दौरान तीनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलकित आर्य भाजपा के तत्कालीन नेता विनोद आर्य का पुत्र है। हालांकि मामले में पुलकित आर्य का नाम सामने आते ही भाजपा ने उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया। इस घटना के बाद पूरे देश में आक्रोश की माहौल था। लोग न्याय के लिए सड़कों पर उतर आए थे। काफी इंतजार के बाद आज इस केस का फैसला आ जाएगा और अंकिता भंडारी को न्याय मिलेगा।