रश्मि सिंह|Delhi Air Pollution: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते दिल्ली सरकार ने सभी प्राइमरी सरकारी और प्राइवेट स्कूल दो दिन के लिए बंद करने को कहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। 5 वीं क्लास तक के स्कूल ही बंद रहेंगे, गुरुवार यानी 2 नवंबर को राजधानी में दिनभर धुंध छाई रही थी। ऐसे में प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए स्कबलों को बंद करने का फैसला लिया गया है। वायू प्रदूषण बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक माना जाता है। इससे पहले दिल्ली में एयर क्वालिटी के गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना के तीसरे चरण को लागू कर दिया है। इसके तहत गैर-जरूरी निर्माण गतिविधियों और डीजल से चलने वाले ट्रकों के राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिये हैं।
पराली जलाने पर रोक नहीं हो रही कारगर
दिल्ली के आस पास के राज्यों के खेतों में फसलों के अवशेष को जलाने से निकलने वाला धुआं सीधे राजधानी दिल्ली में पहुंचता है जो घनी आबादी की वजह से प्रदूषण को कई गुणा बढ़ाता है। अक्टूबर से दिसंबर का महीना राजधानी के लिए सबसे नुकसान देह होता है क्योंकी इस दौरान खेतों में पराली जलायी जाती है।
सरकार ने पूसा के वैज्ञानिकों के साथ पराली को खेतों में ही नष्ट करने का उपाय सुझाया लेकिन किसान इसे लेकर जागरूक नहीं है। पराली को जलाने की बजाय खेतों में ही गलाने से खेतों की मृदा शक्ति भी बढ़ती है और धुएं की समस्या भी खत्म हो जाती है। पराली को गलाने के लिए केंद्र सरकार मशीनों का वितरण कर रही है। इसके साथ ही, जीकम्पोजिशन, पशु चारे में इसके उपायोग करने से लेकर, बायो फ्यूम में इसके बदलने के प्रयास किए गए है।
एयर शेड को कानूनी प्रावधान के रूप में विकसित करने की पहल
दिल्ली के प्रदूषण को देखते हुए एयर शेड की पहचान करने की पहल की गई है। इसके लिए सरकार ने दिल्ली में एक कमिशन बनाया है। इसका मकसद एयर शेड को कानूनी प्रावधान के रुप में विकसित करना है। इससे हवा की गुणवत्ता परखने और विश्लेषण कर कारगर उपाय करने में मदद मिलेगी।
डीजल वाहनों के लिए बीएस-6 अनिवार्य
इसके अलावा, दिल्ली के आसपास बीएस-4 से बीएस-6 को अनिवार्य किया गया है। वायु प्रदूषण को रोकने के लिए इंडस्ट्रियल सेक्टर में भी ग्रीन फ्यूल को प्रोत्साहन देने का काम किया जा रहा है।
ऑड-ईवन फार्मूला कारगर
दिल्ली में 2019 से ऑड-ईवन फार्मूला लागू किया गया है। सर्दियों के मौसम में दिल्ली सरकार इसे लागू करती है। इस दौरान सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक एक दिन ईवन नंबर की गाड़ियां सड़कों पर उतरती है। इससे दिल्ली में आधी संख्या में गाड़ियों के चलने की वजह से कार्बन उत्सर्जन कम होता है और प्रदूषण कम होने के आसार रहते है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार इस सीजन में भी प्रदूषण बढ़ने पर ऑड-ईवन लागू कर सकती है।