नई दिल्ली : देश को मंदी के दौर से बाहर करने के लिए मोदी सरकार लगातार बड़े फैसले ले रही है। इसी क्रम में अब मोदी सरकार ने बड़ा फैसला किया है। मोदी सरकार के इस बड़े फैसले के तहत 10 बैंकों का आपस में विलय होगा, जिसके बाद 4 बड़े बैंक होंगे। आज केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने प्रेस कांफ्रेंस कर बैंकों के विलय का ऐलान किया।
इन बैंकों का होगा विलय :
- पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक का होगा विलय
- विलय के बाद पंजाब नेशनल बैंक होगा दुसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक
- केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का होगा विलय
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का भी होगा विलय
- इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक के विलय का भी ऐलान
बता दें कि देश में पब्लिक सेक्टर के बैंकों की संख्या अब तक 27 थी, लेकिन अब मोदी सरकार के फैसले के बाद देश में पब्लिक सेक्टर के बैंकों की संख्या घटकर 12 हो गयी है। मर्जर के दौरान पंजाब नेशनल बैंक को लगभग 16,000 करोड़, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 11,700 करोड़, बैंक ऑफ बड़ौदा को 7,000 करोड़, केनरा बैंक को 6,500 करोड़ रुपये, इंडियन बैंक को 2,500 करोड़ रुपये मिलेंगे। इसके अलावा इंडियन ओवरसीज बैंक को लगभग 3,800 करोड़, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 3,300 करोड़, यूको बैंक 2,100 करोड़ रुपये, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को 1,600 करोड़ और पंजाब ऐंड सिंध बैंक को 750 करोड़ रुपये मिलेंगे।