नई दिल्ली : स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने आज लाल किले पर ध्वजारोहण किया, जिसके बाद उन्होंने लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में जहाँ उन्होंने एक बार फिर देश को विकास के पथ पर अग्रसर करने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दुहराई, वहीं उन्होंने कहा कि अब समय समस्याओं को पालने या फिर टालने की नहीं है, बल्कि समय समस्याओं का समाधान करने की है।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने देश के जवानों की वीरता को नमन किया, साथ ही कहा कि समय के लिहाज़ से सेना को आधुनिक बनाये जाने की जरुरत है। इसके साथ ही उन्होंने सेना के लिए आज बड़ा एलान किया। पीएम मोदी ने कहा कि तीनों सेनाओं में बेहतर तालमेल के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की नियुक्ति की जाएगी।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ की व्यवस्था से फायदा
चीफ ऑफ डिफेंस पद बन जाने के बाद युद्ध के समय तीनों सेनाओं के बीच समन्वय स्थापित हो पायेगा। युद्ध के समय सिंगल प्वॉइंट आदेश जारी किया जा सकेगा, जिसका मतलब तीनों सेनओं को एक ही जगह से आदेश जारी होगा। जिससे सेना की रणनीति पहले से अधिक प्रभावशाली हो जाएगी, और कोई कन्फयूजन की कोई स्थिति नहीं होगी। इससे काफी हद तक हम अपना नुकसान होने से बचा पाएंगे।
अभी अमेरिका,चीन, यूनाइटेड किंगडम जापान के साथ-साथ कई और देशों के पास चीफ ऑफ डिफेंस का पद है। राष्ट्र सुरक्षा के सभी मामलों से सीमित संसाधनों से साथ निपटने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस के पद की बहुत जरूरत थी। चीफ स्टाफ कमेटी में थलसेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुख शामिल होते है। कमेटी के सबसे वरिष्ठ सदस्य को इसका चेयरमैन नियुक्त किया जाता है।