नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल को चर्चा के लिए प्रस्तुत किया। इसे सोमवार को राज्यसभा में पास करा लिया गया है। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल के पक्ष में 125 और विपक्ष में 61 वोट पड़े थे। वहीं, मंगलवार को इस बिल पर चर्चा के दौरान अमित शाह और कांग्रेस नेता अधीर रंजन के बीच बहस भी हो गई।
PoK और अक्साई चीन के लिए जान दे देंगे: अमित शाह
Home Minister Amit Shah in Lok Sabha: Parliament has the right to make laws on Jammu & Kashmir. https://t.co/SQmM5ZJqGs
— ANI (@ANI) August 6, 2019
लोकसभा में एग्रेसिव होते हुए अमित शाह ने कहा, ‘क्या कांग्रेस PoK को भारत का हिस्सा नहीं मानती है, हम इसके लिए जान देने को तैयार हैं। जम्मू कश्मीर का मतलब Pok और अक्साई चीन से भी है क्योंकि इसमें दोनों समाहित हैं।’
अधीर रंजन औऱ अमित शाह में बहस
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को बीजेपी सरकार अंदरूनी मामला है, जबकि 1948 से संयुक्त राष्ट्र वहां की निगरानी करता है। इस पर अमित शाह ने कहा कि ये कांग्रेस का मत हो सकता है कि संयुक्त राष्ट्र जम्मू कश्मीर की निगरानी कर सकता है। इस पर जब हंगामा शुरू हुआ तो रंजन ने कहा कि यह मुद्दा द्विपक्षीय है या अंतरराष्ट्रीय इस पर सरकार अपना पक्ष साफ करे।
अमित शाह ने लोकसभा में रखा संकल्प
बता दें कि लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने संकल्प पेश करते हुए कहा कि भारत के राष्ट्रपति यह घोषणा करते है उनके आदेश के बाद अनुच्छेद 370 के सभी प्रावधान जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होंगे। उन्होंने कहा, ‘वर्तमान जम्मू कश्मीर राज्य का पुनर्गठन विधेयक को विचार के लिए रखा जाए, जिसे राज्यसभा की मंजूरी मिल चुकी है। राज्यसभा के बाद इस विधेयक को यहां लाया गया है।’इसके साथ ही उन्होंने जम्मू कश्मीर आरक्षण संशोधन बिल को भी विचार के लिए सदन में रखा।