नई दिल्ली : केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) द्वारा किये जाने वाले राजनीतिक मामलों से जुड़े जांच में कोताही बरतने का और सरकार के निर्देश पर जांच को बरगलाने का आरोप पहले भी लगता रहा है, लेकिन अब इसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने सीबीआई पर तंज कसते हुए कहा है कि जब मामला राजनीति से जुड़ा हो, तब आपकी जांच मानकों को पूरा नहीं कर पाती।
CJI रंजन गोगोई ने कहा कि जांच के मामले में सीबीआई की अपनी एक विशिष्ट जगह है, लेकिन हाई प्रोफाइल मामलों से जुड़े जांच में एजेंसी की नाकामी ने ज्यादा ध्यान खींचा है। डीपी कोहली मेमोरियल लेक्चर के 18वें संस्करण में सीजेआई ने कहा कि एक्जीक्यूटिव में 15 फीसदी पद खाली हैं, जबकि सीबीआई की टेक्निकल यूनिट में भी 28 प्रतिशत पदों पर भर्तियां नहीं हुईं। एजेंसी के लीगल डिपार्टमेंट में भी 50 प्रतिशत पद रिक्त पड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक प्रभाव के कारण जांच प्रभावित होती है. सीबीआई में पर्याप्त निवेश नहीं हो पा रहा है, जिससे जांच पर असर पड़ता है। सीजेआई ने सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा क्यों होता है कि जब कोई राजनीतिक प्रभाव नहीं होता तो सीबीआई अच्छा काम करती है। बता दें कि UPA की सरकार के दौरान कोर्ट ने इसी तरह की टिप्पणी करते हुए सीबीआई को सरकार का तोता कहा था।