नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान द्वारा 13 करोड़ अमेरिकी डॉलर की कीमत वाले मानवरहित अमेरिकी निगरानी ड्रोन को मार गिराए जाने के बाद सैन्य कार्रवाई को मंजूरी दे दी थी, लेकिन बाद में उन्होंने इसे रोक दी। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सैन्य कार्रवाई इसलिए नहीं की क्योंकि इसमें 150 आम नागरिक मारे जाते।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि कहा कि वह ईरान में तीन जगहों पर हमला करने वाले थे, लेकिन इस कार्रवाई को रोक दिया। वहीं, इस मामले पर ईरान का कहना है कि ड्रोन ने उसके एयरस्पेस का उल्लंघन किया है।
वॉशिंगटन की ओर से कहा गया है कि ड्रोन इंटरनेशनल एयरस्पेस में मार गिराया गया है। ट्रंप ने एनबीसी के मीट द प्रेस प्रोग्राम में एक इंटरव्यू के दौरान वाइट हाउस में कहा, ”मुझे यह अच्छा नहीं लगा।”
रिपोर्ट के अनुसार ईरान द्वारा अमेरिकी ड्रोन मार गिराए जाने के बाद दोनों देशों के बीच सीधे युद्ध जैसा माहौल बन गया है। गौरतलब है कि रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने अमेरिकी ड्रोन को गोली से मार गिराया था।