नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन और घाटी से धारा 370 को खत्म किये जाने के सरकार के फैसले के बाद घाटी का दौरा करने पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद को जम्मू हवाई अड्डे पर ही रोक लिया गया और उसे वापस दिल्ली भेज दिया गया.
वहीं घाटी का दौरा किये जाने से रोके जाने के बाद गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि ये लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. उन्होंने कहा कि जब सरकार घाटी में हालात सामान्य होने के दावे कर रही है, तो फिर क्यों विपक्ष के नेताओं को घाटी पहुँचने से रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व सीएम पहले से ही घर में नजरबंद हैं और एक पूर्व सीएम को राज्य में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, यह असहिष्णुता का संकेत है.
ये पहला मौका नहीं है, जब गुलाम नबी आज़ाद को घाटी पहुँचने से रोका गया है, इससे पहले आज़ाद ने घाटी पहुंचकर नेताओं से मिलने का प्रयास किया था, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें दिल्ली लौटने पर मजबूर कर दिया था. ये दूसरा मौका है, जब उन्हें जम्मू हवाई अड्डे पर रोका गया है.