नई दिल्ली: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का अमेरिकी दौरे के दौरान का एक इंटरव्यू इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है। दरअसल, इस इंटरव्यू में उन्होंने अपने देश में आतंकियों की मौजूदगी को स्वीकार करते हुए दावा किया कि पुलवामा आतंकी हमले स्थानीय आतंकियों का भी हाथ था। इस इंटरव्यू में उन्होंने ये भी दावा किया कि जैश-ए-मोहम्मद ना सिर्फ पाकिस्तान में मौजूद है, बल्कि कश्मीर में भी है और वहां से काम करता है।
बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान अपनी धरती पर आतंकवाद के पनपने की खबरों की नकारता रहा है। जब भारत मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के लिए मशक्क्त कर रहा था, तब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में चीन ने इसका विरोध किया था।
गौरतलब है कि इसी साल 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हुए थे, इस हमले के पीछे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था। भारत ने इसके सबूत पाकिस्तान को सौंपे भी थे। इसके बाद भारत ने इस हमले पर जवाबी कार्रवाई करते हुए बालाकोट में एयरस्ट्राइक कर कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था, जिसमें करीब 300 आतंकियों के मरने की खबर थी।