नई दिल्ली: गुवाहाटी का उरुका’ रेस्तरां युं तो अपने पारंपरिक खाने के लिए देश भर में मशहूर है। लेकिन रेस्तरां की अनोखी शुरूआत ने लोगों के थाली का स्वाद और भी ज्यादा बढ़ा दिया है।
देखने में खूबसूरत…रंग गोरा… माथे पर बिंदी…..सोलह श्रंगार के साथ…..पारंपरिक पोशाक में सजी इस लड़की को पहली नजर में कोई भी देखकर धोखा खा जाए। लेकिन जरा गौर से देखिए ये कोई लड़की नहीं बल्कि एक रोबोट है। जिसे महिला की शक्ल दी गई है। इस रोबोट का नाम पालकी है ।जिसे गुवाहाटी शहर के एक मशहूर रेस्टोरेंट में खाना सर्व करने के लिए रखा गया है। इन दिनों ये रोबोटिक वेट्रेस लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
दुनिया के तमाम दूसरे विकासित देशों की तरह अब भारत में भी रोबोट्स के इस्तेमाल का चलन बढ़ रहा है। असम के गुवाहाटी शहर में भी ये अनूठा प्रयोग लोगों के बीच खूब सुर्खियां बटोर रहा है। यहां के उरूका नाम के रेस्टोरेंट में महिला सी दिखने वाले रोबोट को फूड सर्विंग की सेवाएं देने के लिए लाया गया है।
बता दें की ये असम का ऐसा पहला रेस्टोरेंट है जिसमें अब रोबोट भी वेट्रेस के तौर पर काम करेगा। ये रोबोट ना सिर्फ असम में बल्कि पूरे देश में एक अनूठे कॉनसेप्ट के साथ आया है । जिसको लेकर यहां आने वाले लोगों में खासा रोमांच देखने का मिल रहा है। इस अनोखी वेट्रेस के कारनामें देख कर हर कोई हैरान है। ये किचन से खाना उठाती है और बड़े ही आराम से प्लेट लेकर कस्टमर की टेबल तक जाती हैं और फिर कस्टमर अपनी ट्रे उतार लेते हैं ये रोबोटिक वेट्रेस तमाम काम बखूबी कर सकती है बस केवल बोल नहीं सकती है। ये ह्यूमन रोबोट पारंपरिक असमी वेशभूषा में आती है जिससे लोगों को खासा जुड़ाव महसूस होता है और यहां आने वाले लोगों को अपने करतब से खाने के स्वाद में इजाफा भी कर रही है।
दिलचस्प है कि रेस्टोरेंट ने रोबोट की सर्विस अपनी दूसरी सालगिरह पर शुरू की है और उससे भी ज्यादा हैरान करने वाला ये है कि इस रोबोटिक वेट्रेस को खुद रेस्टोरेंट के मालिक एस.एन.फरीद ने तैयार किया है इसे बनाने में करीब 2 लाख रुपये खर्च हुए हैं इतना ही नहीं पालकी के अलावा वह तीन और इसी तरह के रोबोट पर भी काम कर रहे हैं जो जल्द ही रेस्टोरेंट में नजर आएंगी और लोगों के स्वाद को दोगुना करेंगी।