लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने साल 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगों के 20 और मुकदमे वापस लेने की अनुमति दे दी है। सरकार की ओर से इसके लिए 3 शासनादेश जारी किए गए हैं। सरकार ने जिन मुकदमों को वापस लेने की अनुमति दी है, वो पुलिस और आम लोगों की तरफ से दर्ज कराए गए हैं।
बता दें कि मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर फर्जी मुकदमों की एक लिस्ट बनाई गई थी, जिनमें 92 मामलों को शामिल किया गया था। अब तक योगी सरकार इनमें से 74 मुकदमों को वापस लेने की अनुमति दे चुकी है। यह सभी केस आगजनी, लूट-डकैती व अन्य धाराओं के तहत दर्ज कराए गए थे।
लोकसभा चुनाव के बाद सरकार की तरफ से 7 शासनादेश जारी हुए हैं, उनके आधार पर 20 और मुकदमे वापस लिए जाएंगे। बताया जा रहा है इनमें सबसे ज्यादा मुकदमे फुगाना थाने के हैं। इसके अलावा मोहरा कला, नई मंडी, जानसठ और शहर कोतवाली में दर्ज मुकदमे भी शामिल हैं
रिपोर्ट के मुताबिक इन दंगों में 500 से अधिक लोगों पर लूट-डकैती और आगजनी के मुकदमे दर्ज किए गए थे। सरकार ने इन मुकदमों को राजनैतिक मंशा के चलते दर्ज कराए गए मुकदमे बताए थे, जिनकी जांच की जा रही है और और अब इन्हें वापस लेने की कवायद की जा रही है।