Vikram Misri online trolling : भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी को लोगों ने सोशल मीडिया पर ट्रोल करना शुरू कर दिया है। लोग उन्हें यहां तक की उनके परिवार और बेटी पर भी जमकर निशाना साध रहे हैं। इस ट्रोलिंग से परेशान होकर विक्रम मिसरी को अपना X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट प्राइवेट तक करना पड़ा है।
ट्रोलर्स के निशाने पर विदेश सचिव विक्रम मिसरी
लोगों ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी इतनी बढ़ गई कि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने उनकी बेटी पर भी निशाना साधना शुरू कर दिया। साथ ही लोगों ने तो उनकी नागरिकता पर भी सवाल करना शुरू कर दिया है। मिसरी की बेटी डिडॉन मिसरी अंतरराष्ट्रीय व्यापार और निवेश कानून में विशेषज्ञ हैं। ट्रोल्स ने उनपर निशाना साधते हुए, उनपर कई झूठे आरोप तक लगाने लगे। रोहिंग्या शरणार्थियों को कानूनी सहायता देने को लेकर लोगों ने उनकी खूब अलोचना करना शुरू कर दिया।
Mr Vikram Misri is a decent and an Honest Hard working Diplomat working tirelessly for our Nation.
Our Civil Servants work under the Executive this must be remembered & they shouldn’t be blamed for the decisions taken by The Executive /or any Political leadership running Watan E… https://t.co/yfM3ygfiyt— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 11, 2025
AIMIM प्रमुख ने दिया विक्रम मिसरी का साथ
विक्रम मिसरी पर इस तरह की ट्रोलिंग को देखते हुए AIMIM के प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी उनके समर्थन में उतर आए। साथ ही उन्होंने ट्रोलर्स के मुंहतोड़ जवाब भी दिया। ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा, “विक्रम मिस्री हमारे राष्ट्र के लिए अथक प्रयास करने वाले एक सभ्य और ईमानदार, मेहनती राजनयिक हैं। हमारे सिविल सेवक कार्यपालिका के अधीन काम करते हैं, इसे याद रखा जाना चाहिए और उन्हें कार्यपालिका/या वतन ए अज़ीज़ को चलाने वाले किसी भी राजनीतिक नेतृत्व द्वारा लिए गए निर्णयों के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए।”
अखिलेश यादव ने ट्रोलर्स की लगाई क्लास
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी विक्रम मिसरी का समर्थन किया। साथ ही उन्होंने ट्रोलर्स को मुंहतोड़ जवाब दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि “निर्णय तो सरकार का होता है। किसी अधिकारी का नहीं ये बेहद संवेदनशील, निंदनीय, शर्मनाक, आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के इतने बड़े अधिकारी और उनके परिवार के खिलाफ सरेआम अपशब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन उनके मान-सम्मान की रक्षा के लिए न तो भाजपा सरकार, न ही उनका कोई मंत्री सामने आकर पोस्ट करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई कर रहा है। ऐसी पोस्ट और बयानों से, देश के पति समर्पित लोगों का मनेबल टुटता है।”
दरअसल ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग में कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ विक्रम मिसरी चेहरा रहे हैं। उन्होंने इस तनावपूर्ण स्थिति में भारत की स्थिति को स्पष्ट किया। भारत-पाकिस्तान के सीजफायर से नाराज लोग अब विक्रम मिसरी को निशाना बना रहे हैं।