मैच हर बार की तरह बेहद रोमांचक रहा और दोनों देशों के बीच मौजूद क्रिकेटीय प्रतिद्वंद्विता ने माहौल को और खास बना दिया। दर्शक पूरे मैच के दौरान उत्साहित रहे और सोशल मीडिया पर भी इसकी जमकर चर्चा हुई।
पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अच्छी शुरुआत की। साहिबजादा फर्हान ने शानदार 58 रन बनाए और पावरप्ले में पाकिस्तान ने सिर्फ एक विकेट खोकर 55 रन जोड़े। यह भारत के खिलाफ पाकिस्तान का सबसे तेज पावरप्ले स्कोर रहा। हालांकि, बीच के ओवरों में भारतीय गेंदबाजों ने वापसी की और पाकिस्तान को बड़े स्कोर तक नहीं पहुंचने दिया। पाकिस्तान की टीम ने 20 ओवर में 171 रन बनाए।
भारत की ओर से जवाबी पारी जबरदस्त रही। ओपनिंग जोड़ी ने शानदार साझेदारी कर टीम को मजबूत शुरुआत दी। अभिषेक शर्मा ने आक्रामक अंदाज में 74 रन ठोके, वहीं शुभमन गिल ने 28 गेंदों में 47 रन बनाए। उनकी साझेदारी ने रन रेट को बढ़ाकर पाकिस्तान पर दबाव डाल दिया। इसके बाद तिलक वर्मा और संजू सैमसन ने भी जिम्मेदारी से खेलकर लक्ष्य तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
मैच के दौरान कुछ दिलचस्प और विवादित पल भी देखने को मिले। टॉस के वक्त भारत और पाकिस्तान के कप्तानों ने हाथ नहीं मिलाया, जिससे राजनीतिक तनाव की झलक खेल के मैदान में भी दिखी। इसके अलावा, अभिषेक शर्मा और पाकिस्तानी गेंदबाज हारिस रऊफ के बीच बहस का भी नज़ारा देखने को मिला, जिसे अंपायरों को बीच में आकर शांत करना पड़ा।
आखिरकार, भारत ने 6 विकेट से यह मुकाबला जीत लिया। इस जीत ने न केवल भारत को सुपर-4 में मज़बूत स्थिति में ला दिया, बल्कि पाकिस्तान के खिलाफ लगातार दबदबा भी बरकरार रखा। भारतीय बल्लेबाजों की लय, गेंदबाजों की वापसी और खिलाड़ियों की जुझारूपन ने इस मैच को खास बना दिया।
IND VS PAK HIGHLIGHTS
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‘‘राइवलरी’’ पर टिप्पणी
सुर्यकुमार यादव ने कहा कि अब भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच को “राइवलरी” कहना सही नहीं है क्योंकि मुकाबले अब एकतरफा हो गए हैं। उन्होंने ये उदाहरण दिया कि अगर दोनों टीमें 15-20 मैच खेलें और स्कोरलाइन करीबी हो, जैसे 8-7 या 7-8, तभी कहा जा सकता है कि ये राइवलरी है। लेकिन जो आंकड़े हैं (भारत की बढ़त के), उनसे वो इस शब्द को अब लागू नहीं मानते। -
टीम की प्रदर्शन समीक्षा
उन्होंने कहा कि भारत ने बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों विभागों में बेहतर क्रिकेट खेली। खासकर ओपनिंग जोड़ी (Abhishek Sharma और Shubman Gill) की साझेदारी ने मैच को भारत के पक्ष में झकझोर दिया।फील्डिंग में चूक (Dropped catches)
सुर्यकुमार ने स्वीकार किया कि फील्डिंग में कुछ चूक हुई, कुछ आसान मौके छूट गए। उन्होंने कहा कि ये हिस्सा है क्रिकेट का, लेकिन इन्हें सुधारा जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि फील्डिंग कोच ने उन खिलाड़ियों को बुलाया है जिन्होंने “butter fingers” वाले मौके गंवाए। -
हाथ मिलाने / हाथ न मिलाने का मुद्दा
इस मैच से पहले या बाद में भारत-पाकिस्तान के बीच हाथ मिलाने (हैंडशेक) की परंपरा इस बार नहीं निभाई गई। सुर्यकुमार ने कहा कि खेल में सम्मान महत्वपूर्ण है, लेकिन इस तरह के राजनीतिक तनाव या भावनात्मक परिस्थितियों में टीम अपनी स्थिति को देखते हुए व्यवहार करती है। -
भविष्य की तैयारी और आत्मविश्वास
सुर्यकुमार यादव ने यह भी ज़ोर दिया कि टीम इस तरह के बड़े मुकाबलों के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अब और भी महत्वपूर्ण मुकाबले हैं, फोकस है अगले मैचों में सुधार करना और निरंतर अच्छा प्रदर्शन देना। उन्होंने यह भरोसा जताया कि टीम में मेहनत, रणनीति और आत्मविश्वास है। यह मुकाबला एक बार फिर साबित कर गया कि भारत-पाकिस्तान भिड़ंत सिर्फ क्रिकेट नहीं, बल्कि भावनाओं और गर्व का भी खेल है।