जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: आज 26 जुलाई को देश भर में कारगिल दिवस (Kargil Vijay Diwas) मनाया जा रहा है। दरअसल आज से 23 साल पहले भारत के वीर जवानो ने देश के लिए अपनी जान कुर्बान करके पाकिस्तानी घुसपैठिए और आतंकवादियों को कारगिल से खदेड़ कर निकाल दिया। (Kargil Vijay Diwas) आज का दिन Operation Vijay की सफलता का प्रतीक माना जाता है।
बता दें कि साल 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच चला युद्ध मई से जुलाई तक हुआ था। जवानों ने देश के लिए लड़ने से पहले एक बार भी नहीं सोचा और न ही वह एक इंच पीछे हटे। इस (Kargil Vijay Diwas) पर वीर जवानों को याद करके उनके साहस और वीरता के किससे सुनाए जाते हैं।
वैसे तो हम सभी एक दूसरे को संदेश भेजते हैं। लेकिन कुछ ऐसे संदेश जो आज ही के दिन भेजे गए थे उन्हें सुनकर आप हैरान रह जाएंगे।
- ‘या तो मैं तिरंगा फहराकर वापस आऊंगा, या फिर उसमें लिपटकर वापस आऊंगा लेकिन वापस जरूर आऊंगा’- कैप्टन विक्रम बत्रा
- ‘कुछ लक्ष्य इतने अच्छे होते हैं कि उनमें फेल होना भी शानदार होता है’- कैप्टन मनोज कुमार पांडे
- ‘हम हर बार नॉकआउट में खेलते हैं और जीतने के लिए ही मैदान में उतरते हैं, क्योंकि युद्ध में कोई उपविजेता नहीं होता’– जनरल जे जे सिंह
- ‘बहादुर कभी नहीं मरते, हालांकि वे धूल में सोते हैं, उनका साहस एक हजार जीवित पुरुषों को परेशान करता है’- मिनोट जुडसन सैवेज
- ‘अगर खूद को साबित करने से पहले मौत हो जाती है, तो मैं कसम खाता हूं कि मैं मौत को मार दूंगा’- कैप्टन मनोज कुमार पांडे
- ‘सैनिक कभी नहीं मरता, उसका खून उसके बच्चों के लिए घास को हरा-भरा बना देता है’- कैरल बर्ग
- ‘अभी भी जिसका खून ना खौला, खून नहीं वो पानी है. जो देश के काम ना आए, वो बेकार जवानी है’- चन्द्र शेखर आजाद
- ‘सच्चा सैनिक इसलिए नहीं लड़ता कि वह अपने सामने से नफरत करता है, बल्कि इसलिए कि वह उससे प्यार करता है जो उसके पीछे है.’- गिल्बर्ट के. चेस्टर्टन
- ‘अगर कोई व्यक्ति कहे कि उसे मौत से डर नहीं लगता तो समझ लें कि या तो वह झूठ बोल रहा है, या वो गोरखा है’– फील्ड मार्शल सैम मनिकशॉ
- ‘हमारा झंडा इसलिए नहीं फहराता क्योंकि हवा चलती है, यह हर उस सैनिक की आखिरी सांस के साथ फहराता है जो इसकी रक्षा करते हुए शहीद हो गया.’