Cabinet Meeting: चंडीगढ़ में सोमवार को पंजाब कैबिनेट की बैठक हुई। सीएम भगवंत मान ने बैठक के बाद प्रेस वार्ता की। इस दौरान मान ने गुरबाणी को लेकर स्थिति साफ करते हुए कहा कि हम गुरुद्वारा एक्ट में संशोधन नहीं कर रहे हैं। हम गुरबाणी प्रसारण के लिए बकायदा शर्तें बनायेंगे। यू ट्यूब और टीवी के लिए अलग से नियम रहेंगे। नियम तोड़ने पर कार्यवाही होगी।
उन्होने कहा कि गुरबाणी प्रसारण के आधे घंटे पहले और आधे घंटे बाद तक कोई भी कामर्शियल एड नहीं चले इस बात को हम सुनिश्चित करेंगे। मान ने कहा कि श्री हरमंदिर साहिब से गुरबाणी का प्रसारण सभी के लिए फ्री होना चाहिए। प्रसारण का अधिकार किसी संस्थान को नहीं दिया जायेगा। एसजीपीसी के विरोध पर सीएम ने कहा कि सिख गुरुद्वारा एक्ट 1925 राज्य के अंतर्गत आता है। इस एक्ट में प्रसारण जैसा कोई शब्द है ही नही। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल पर निशाना साधते हुए मान ने कहा कि गुरबाणी का प्रचार प्रसार होना चाहिए। इसके साथ ही कैबिनेट ने सहायक पदों के प्रोफेसरों को मंजूरी दे दी है।
सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप न करें मान: धामी
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी बोले कि पंजाब के मुख्यमंत्री सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहे हैं। गुरुद्वारा एक्ट में संशोधन करने का ऐलान सरकार का सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप है, जिसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के पास गुरुद्वारा एक्ट में संशोधन करने का किसी भी प्रकार कोई अधिकार नही है। धामी ने बोला कि मान द्वारा सिखों के धार्मिक मुद्दों का राजनीतिकरण किया जा रहा है और भगवंत मान अरविंद केजरीवाल के सूबेदार बनाकर पंजाब में काम कर रहे हैं।