नई दिल्ली। सुंदरता महिला का सबसे बड़ा गहना समझा जाता है। विश्व के इतिहास में प्रसिद्ध राजकुमारियों की सुंदरता और उनकी महानता आज भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ऐसी ही एक राजकुमारी जिसने अपनी खूबसूरती और चालाकी जीवन से इतिहास के पन्नों में अपना नाम अमर किया।
सुंदरता की मल्लिका और षडयंत्रकारी
आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी राजकुमारी के बारे में जो सुंदरता की मल्लिका तो थी ही, साथ ही साथ षडयंत्रकारी, चतुर ओर रहस्मयी भी। मिस्त्र की राजकुमारी क्लियोपैट्रा जिसको उसकी सुंदरता के लिए जाना जाता था। बताया जाता है कि क्लियोपैट्रा की कहानी आज भी खोजकर्ताओं को अपनी ओर आकर्षित करती है। वह जितनी खूबसूरत थी उससे कहीं ज्यादा डरावनी भी।
लोग हो जाते थे सम्मोहित
क्लियोपैट्रा इतनी अधिक खूबसूरत थीं कि उनसे बात करते हुए ही लोग सम्मोहित हो जाते थे।और इस चीज का फायदा क्लियोपैट्रा बहुत अच्छे से उठाती थीं। उन्हें भी पता था कि वो बहुत खूबसूरत हैं और यह उनकी एक गुणों में से एक ता। वह एक चालाक कूटनीतिज्ञ थीं जिन्हें 9 भाषाएं आती थीं। वह गणित में भी अच्छी थी और अच्छे से अच्छे लोगों को मात दे देती थीं।
पिता की मृत्यु के बाद सिंहासन मिला
बताया जाता है कि क्लियोपैट्रा जब 14 वर्ष की तब उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। पिता की मृत्यु के बाद राज्य का सिंहासन क्लियोपैट्रा और उनके छोटे भाई टोलेमी दियोनिसस को सौंप दिया गया। इस बीच क्लियोपैट्रा के भाई को बहन की सत्ता सहन नहीं हुई और दोनों की बीच बगावत की लहर दौड़ गई। क्लियोपैट्रा भी काफी महत्वकांक्षी थीं और वह भी मिस्त्र पर अकेले ही राज करना चाहती थीं।
मिस्त्र का सिंहासन
वहीं मिस्त्र के लोग औरत का शासन नहीं चाहते थे। जिसके चलते क्लियोपैट्रा से मिस्त्र का सिंहासन छीन लिया गया, जिसके चलते उसे सीरिया आना पड़ा। मिस्त्र में आकर क्लियोपैट्रा ने एक साल बाद फिर दोबारा मिस्त्र में जाने का फैसला लिया और अपनी भाई की सेना के साथ बगावत की।
रोम के शासक जूलियस सीजर
रोम के शासक जूलियस सीजर को अपने मोह में फंसाकर क्लियोपेट्रा ने मिस्र पर हमला करवाया और सीजर ने टोलेमी को मारकर क्लियोपैट्रा को मिस्र के राजसिंहासन पर बैठाया। सीज़र की मदद से क्लियौपेट्रा मिस्त्र की गद्दी पर बैठी। उस समय सीज़र मिस्त्र में ही रहा और क्लियौपेट्रा ने सीज़र के बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम था टोलेनी सीज़र या सीज़ेरिओन।
मौत का रहस्य
क्लियोपैट्रा की मौत से भी एक खास रहस्य जुड़ा हुआ है। रोमन राज्य के पहले सम्राट ऑगस्टस ने क्लियोपैट्रा की हार पर अपना शासन स्थापित किया था। क्लियोपेट्रा ऑक्टेवियन को भी अपने रूप.जाल में फांसकर खुद की जान बचाकर फिर से मिस्र की सत्ता प्राप्त करने की योजना पर कार्य कर रही थीं। किंतु ऑक्टेवियन क्लियोपेट्रा के रूप.जाल में नहीं फंसा और उसने उसकी एक डंकवाले जंतु के माध्यम से हत्या कर दी। बताया जाता है कि जब क्लियोपैट्रा की मौत हुई तब वह मात्र 40 वर्ष की थीं। मगर उनकी मौत पर आज भी रहस्य पूरी तरह बरकार है।
Source: azab