नई दिल्ली: टेरर फंडिंग को लेकर हमेशा निशाने पर रहने वाले पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने खरी-खोटी सुनाई है। FATF के बाद अब एक बार फिर भारत ने पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए सितंबर 2019 तक FATF के मानदंडों को पूरा करने की उम्मीद जताई है।
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद को फंडिंग की निगरानी करने वाली संस्था FATF ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान टेरर फंडिंग को लेकर अपनी कार्य योजना को पूरा करने में असफल रहा है। इसके साथ ही संस्था की ओर से पाकिस्तान को काली सूची में डालने की चेतावनी दी है। इससे पहले FATF पिछले साल जून में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल चुका है।
एफएटीएफ रिपोर्ट के संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘एफएटीएफ ने कार्य योजना को पूरा करने में विफल रहने की वजह से पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय सहयोग समीक्षा समूह (आईसीआरजी) की निगरानी के लिए अपने अनुपालन दस्तावेज यानी ग्रे लिस्ट में जारी रखने का फैसला किया है।’
सितंबर 2019 तक आवश्यक कदम उठाए पाक- भारत
वहीं, रवीश कुमार ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान निश्चित समय सीमा के भीतर FATF की कार्य योजना को लागू करने करने के लिए सितंबर 2019 तक आवश्यक कदम उठाएगा। उम्मीद है कि पाकिस्तान राजनीतिक प्रतिबद्धता को पूरा करने, आतंकवाद को फंडिंग करने और आतंकवाद से जुड़ी वैश्विक चिंताओं को दूर करेगा।’