Iran-Israel Conflict News : ईरान और इजरायल में तनाव युद्ध की तरफ बढ़ता जा रहा है। पिछले 5 दिनों से दोनों देश एक दूसरे पर मिसाइलों और ड्रोन से हमले कर रहे हैं। इजराइली हमलों में 224 ईरानी मौतें और 1,481 घायल हुए हैं। दूसरी ओर, ईरान के जवाबी हमलों में 24 इजराइलियों की जान चली गई और 600 से अधिक घायल हो गए हैं। वहीं अब छठे दिन ईरान को इजरायल ने तगड़ी चोट दी है। सेना के हमले में ईरान के टॉप कमांडर जनरल अली शादमानी ढेर हो गए हैं। शादनामी की मौत ईरान के लिए एक झटका माना जा रहा है। क्योंकि अली शादमानी ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई का सबसे करीबी सलाहकार था। हाल ही में शादमानी को ईरानी सेना के खतम-अल-अनबिया हेडक्वार्टर्स का प्रमुख बनाया गया था।
#BreakingNews | ईरान-इजराइल युद्ध के बीच इजरायली सेना ने एक बड़ा दावा किया है IDF ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर एक पोस्ट कर लिखा ,”ईरान के सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और खामेनेई के सबसे करीबी सैन्य सलाहकार अली शादमानी, सटीक खुफिया जानकारी के बाद, मध्य तेहरान में इसरायली… pic.twitter.com/HJBXfccgGA
— Jantantra Tv (@JantantraTv) June 17, 2025
कौन है गुलाम अली राशिद?
बता दे कि शादमानी ने मेजर जनरल गुलाम अली राशिद की जगह 4 दिन पहले ही पद संभाला था। राशिद भी इजरायली सेना के हमले में मारा गया था। वहीं शादमानी को ईरान की जिस आर्मी विंग का प्रमुख बनाया गया था, वइ ईरान का मिलिट्री इमरजेंसी कमांड सेंटर है। वह रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और ईरानी सशस्त्र बलों की कमान भी संभाल चुके थे। इजरायल की ओर से किए गए एक हमले में 13 जून को मौत हो गई थी। उनकी मौत को ईरानी सेना के लिए एक बड़ा नुकसान बताया जा रहा है।
ईरान-इजरायल में तनाव जारी
बता दें कि, इजरायल-ईरान के युद्ध में सबसे ज्यादा नुकसान ईरान उठाना पड़ रहा है। ईरान ने अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील पर बात करने से इनकार कर दिया, इस पर अमेरिका ने भी सख्त रवैया अपना लिया। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान के लोगों को तेहरान खाली करने की चेतावनी दी। लोग अपना सामान समेटकर गाड़ियों में तेहरान छोड़कर जाने लगा है। इससे तेहरान में सन्नाटा पसर गया है। साथ ही G-7 में सभी देशों ने मिलकर ईरान को परमाणु हथियार नहीं बनाने को लेकर आदेश जारी कर दिया है।
भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी
भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को तेहरान छोड़कर जाने को कह दिया है। जिसकी वजह से तेहरान की सड़कों पर भारी जाम लग गया है। भारतीय छात्रों को अर्मेनिया के रास्ते ईरान से निकाला जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, अमेरिका अब ईरान के खिलाफ बड़ा फैसला लेने की तैयारी में है। अमेरिका ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर सकता है।