Nainital News : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की बुधवार, 25 जून 2025 को उत्तराखंड के नैनीताल में कुमाऊं विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के बाद वे अपने पुराने संसदीय सहयोगी और पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र सिंह पाल से मिलने गए। इस भावुक मुलाकात के दौरान दोनों गले मिले और रोने लगे, जिसके बाद उपराष्ट्रपति को सीने में दर्द की शिकायत हुई और वे बेहोश हो गए।
उपराष्ट्रपति धनखड़ की बिगड़ी तबीयत
कार्यक्रम के समापन के बाद उपराष्ट्रपति धनखड़ मंच से उतरकर दर्शकों में बैठे डॉ. महेंद्र पाल की ओर बढ़े। दोनों ने पुरानी यादें ताजा कीं और भावुक हो गए। धनखड़ ने पाल को गले लगाया, और इस दौरान अत्यधिक भावुकता के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई। कुछ कदम चलने के बाद उन्हें सीने में दर्द हुआ और वे पाल के कंधों पर बेसुध हो गए। मौके पर मौजूद मेडिकल टीम ने तुरंत प्राथमिक उपचार दिया, जिसके बाद उनकी हालत स्थिर हो गई।
नैनीताल में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की बिगड़ी तबीयत
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— Jantantra Tv (@JantantraTv) June 26, 2025
डॉक्टरों ने किया चैकअप
उपराष्ट्रपति को तुरंत नैनीताल राजभवन ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनका चेकअप किया। सूत्रों के अनुसार, उनकी तबीयत बिगड़ने का कारण भावुकता और संभवतः इंसुलिन लेवल में कमी थी। उपचार के बाद उनकी हालत स्थिर बताई गई, और वे राजभवन में रात्रि विश्राम के लिए रवाना हो गए।
पूर्व सांसद के साथ पुराना रिश्ता
डॉ. महेंद्र पाल 1989 में लोकसभा सदस्य थे, जब धनखड़ राजस्थान के झुंझनू से सांसद थे। दोनों की यह मुलाकात बेहद भावनात्मक थी, जिसने इस घटना को और मार्मिक बना दिया। पाल ने बताया कि धनखड़ की तबीयत भावुकता के कारण बिगड़ी, लेकिन उपचार के बाद वे ठीक हो गए।
प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था
जगदीप धनखड़ तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर थे। हल्द्वानी के आर्मी हेलीपैड पर उनका स्वागत राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) ने किया। इस दौरे में वे शैक्षणिक और प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा के साथ-साथ 27 जून को शेरवुड कॉलेज के 156वें स्थापना दिवस समारोह में भी भाग लेंगे। उपराष्ट्रपति के दौरे के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए थे, जिसमें 1094 पुलिस कर्मियों और पांच कंपनी पीएसी की तैनाती शामिल थी। इस घटना के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया, लेकिन स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया गया। फिलहाल, उपराष्ट्रपति की सेहत स्थिर है, और वे अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उत्तराखंड में अपना दौरा जारी रखेंगे।