रोम: किसानों के नाम पर भारत विरोधी एजेंडा चला रहे खालिस्तानी समर्थकों ने 26 जनवरी को रोम में भारतीय दूतावास में जमकर उत्पात मचाया और भारत विरोधी नारे लगाए। मामले में भारत ने इटली की सरकार के सामने चिंता का जताते हुए उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
खालिस्तानी समर्थकों: के ऊपर कार्रवाई
सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि हमने इटली सरकार को अपनी चिंताओं से अवगत कराया है। भारतीय राजनयिकों और राजनयिक परिसरों की सुरक्षा मेजबान सरकार की जिम्मेदारी है। भारत सरकार ने उम्मीद जताई कि इतालवी अधिकारी अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को होने से रोकेंगे।
खालिस्तान के झंडे लहराए
रिपोर्ट के मुताबिक़, खालिस्तान समर्थकों ने भारत के दूतावास की बिल्डिंग में खालिस्तान के झंडे लहराए और दीवार पर खालिस्तान के समर्थन में नारे भी लिखे। इस दौरान भारत विरोधी नारे भी लगाए गए। इससे पहले मंगलवार को वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर खालिस्तानी अलगाववादी समूहों के सदस्यों ने हंगामा मचाया था।
कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें मुख्य तौर पर पंजाब और हरियाणा के किसान शामिल हैं, जो तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग पर अड़े हुए हैं। केंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में बड़े सुधारों के रूप में पेश किया गया है जो बिचौलियों को दूर करेंगे और किसानों को देश में कहीं भी अपनी उपज बेचने की अनुमति देता है। सरकार और किसान यूनियनों के बीच कई दौर की वार्ता से अब तक गतिरोध दूर नहीं हो पाया है।
ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा
गौरतलब है की किसानों की मांगों को रेखांकित करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर मंगलवार को निकाली गयी ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा के कारण अराजक दृश्य पैदा हो गए. बड़ी संख्या में उग्र प्रदर्शनकारी बैरियर तोड़ते हुए लालकिला पहुंच गए और उसकी प्राचीर पर उस स्तंभ पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया जहां भारत का तिरंगा फहराया जाता है. ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली का आईटीओ एक संघर्ष क्षेत्र की तरह दिख रहा था जहां गुस्साये प्रदर्शनकारी वाहनों को क्षतिग्रस्त करते हुए नजर आए.
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