Bihar: बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद आज अमित शाह पांचवी बार बिहार के दौरे पर हैं. शाह ने जनता को संबोधित किया और कहा- जहां जेडीयू के सांसद हैं, उन सभी सीटों पर भाजपा की नज़र है. लखीसराय में जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ घर-घर पहुंचाया जा रहा है. नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश बाबू कुछ तो शर्म करो. जिसने आपको गद्दी दी, आप उसी पर सवाल उठा रहे हो.
मंच पर आते ही अमित शाह ने मुंगेरवासियों को हाथ जोड़कर प्रणाम किया. उन्होंने कहा कि यह बदलाव की धरती है. अमित शाह के मुताबिक 2014 में यूपी-बिहार की बदौलत मोदी जी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतीं. 2019 में बिहार ने 39 सीटें दी. 2024 में सभी सीट देने का काम बिहारवासी करेंगे. 2024 के लोकसभा चुनाव में कमल के निशान का समर्थन करने के लिए अमित शाह ने मतदाताओं से मतदान करने का आग्रह किया. वहीं पिछले साल सितंबर में अमित शाह ने मुस्लिम बहुल इलाके किशनगंज से लोकसभा चुनाव के मुहिम की शुरूआत की थी.
नीतीश कुमार को बोला पलटू बाबू
गृह मंत्री अमित शाह ने नीतीश कुमार को पलटू बाबू बोलते हुए कहा कि जिनके कारण नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री रहें उनका तो ख्याल रखते. पीएम मोदी के 9 साल भारत के लिए गौरव के 9 साल हैं. नौ वर्षों में भारत का विकास हुआ. मैं बिहार और देश की जनता को मोदी जी की उपलब्धियां बताने आया हूं. वहीं उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल में पहली बार किसान सम्मान निधि 8600000 किसानों को 18000 करोड़ रूपए सीधे खाते में डालने का काम किया है. अमित शाह ने मंच से पूछा कि कश्मीर हमारा है या नहीं. धारा 370 हटनी चाहिए थी या नहीं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने धारा 370 को हटाकर कश्मीर को भारत का मुकुट बनाया है. उन्होंने 370 को लेकर आगे कहा कि जो लोग कहते थे कि कश्मीर से धारा 370 हटा तो खून की नदियां बहेंगी, वो लोग देखें कि एक कंकड़ तक नहीं चला.
लालू और नीतीश पर एक साथ हमला
मंच से अमित शाह ने एक साथ लालू यादव और नीतीश कुमार की आलोचना की. उन्होंने दावा कहा कि कुछ लोग सत्ता के नाम पर सभी नैतिक मानकों को त्याग देते हैं. उन पर भरोसा नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस वक्त सत्ता के लिए लालू यादव और अरविंद केजरीवाल एक होने को तैयार हैं. अमित शाह के मुताबिक नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस का विरोध करके की थी. आज नीतीश कुमार कांग्रेस के साथ हैं. लालू यादव के भ्रष्टाचार और जंगलराज के खिलाफ लड़ने वाले नीतीश कुमार उन्हीं के साथ आज खड़े हैं.