दिल्ली: अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए जबर्दस्त तैयारी चल रही है। चर्चा है कि इसके लिए 100 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। मंदिर निर्माण के लिए 60 करोड़ लोगों से संपर्क कर सहयोग राशि इकट्ठा करने पर काम तेजी से चल रहा है। श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के इस अभियान को सफल बनाने के लिए वीएचपी व संघ परिवार के सभी मुख्य संगठनों को जोड़ा जा रहा है। वीएचपी के सूत्रों के मुताबिक अयोध्या में इस अभियान का प्लान तैयार है। इसमें अब संगठन से जुड़े लोगों को जिम्मेदारियां सौंपी जा रही है।
जिला, नगर, ब्लॉक से लेकर गांव पंचायतों तक राम मंदिर निर्माण निधि समर्पण समितियां गठित की जा रही हैं जो पूरी पारदर्शिता के साथ मंदिर के लिए सहयोग राशि इकट्ठा करेंगी। बताया गया कि सहयोग राशि का पूरा विवरण मंदिर ट्रस्ट ऑनलाइन अपडेट भी करेगा।
फ्रॉड न हो उसके के लिए उपाय-
सहयोग राशि संग्रह में कोई फ्राड न होने पाए इसको लेकर ट्रस्ट पूरी सर्तकता बरत रहा है। 10 रुपये, 100 रुपये और 1000 रुपये के कूपन छपकर तैयार हैं,जो सहयोग राशि संग्रह समितियों के प्रमुखों को 15 जनवरी तक बांट दिए जाएंगे। यह जनसंपर्क अभियान 15 जनवरी मकर संक्रांति से शुरू होने जा रहा है जो 27 फरवरी तक चलेगा।
जुड़ेंगे 10 हजार संघ कार्यकर्ता-
बताया गया कि संघ परिवार के करीब 10 हजार कार्यकर्ताओं को इस अभियान में जोड़ा जा रहा है। बीजेपी के क्षेत्रीय मंत्री कमलेश श्रीवास्तव के मुताबिक इस अभियान में आज की युवा पीढ़ी को राम मंदिर आंदोलन की गाथा की जानकारी देने के लिए पत्रको के साथ राम मंदिर के मॉडल का चित्र भी सौंपा जाएगा। इसी के साथ समर्पित कार्यकर्ताओं का जन संग्रह का काम भी पूरा होगा।
अयोध्या के 30 लाख लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य-
बताया गया कि अयोध्या जिले में जिले और महानगर के अलावा संगठन स्तर पर 15 नगरों, 89 बस्तियों, 11 ब्लॉक और 800 गांव पंचायतों के स्तर पर 21 से लेकर 11 सदस्यों की सहयोग राशि संग्रह समितिया गठित की गई हैं। जिनके प्रमुखों के साथ दो अन्य सदस्य साथ जाकर परिवारों से सहयेाग राशि कूपनों अथवा 1 हजार से बड़ी राशि को चेक हासिल करेगें। इसे कार्यालय में रोजाना जमा करना होगा। जिले में 30 लाख परिवारों से संपर्क साधने का लक्ष्य रखा गया है।