Air India को लेकर RTI में हुआ बड़ा खुलासा
कर्ज से जूझ रही सरकारी एयरलाइंस कंपनी Air India को सरकार बेचने की तैयारी कर रही है, सरकार ने 17 मार्च को एयर इंडिया के लिए बोलियां मंगई है, लेकिन आपको ये जानकार हैरानी होगी कि VVIP को लाने लेजाने में करीब 822 करोड़ का भुगतान एयर इंडिया को नहीं हुआ है, जिसमें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शामिल हैं, ये खुलासा एक RTI के ज़रिए हुआ है, और क्या कुछ खास बातें सामने आई है । कर्ज से जूझ रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को बेचने के लिए सरकार खरीदार तलाश रही है,लेकिन सच ये है की एयर इंडिया को कर्ज मे डालने वाली भी सरकार है, दरअसल एक RTI मे खुलासा हुआ है की VVIP को ले जाने में करीब 822 करोड़ का भुगतान एयर इंडिया को नहीं हुआ है, जिसमें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री शामिल हैं।
VVIP लोगों ने नहीं चुकाए Air India के करोड़ों रु
बता दें की कमोडोर लोकेश बत्रा ने RTI के जरिए ये जानकारी हासिल की है, कमोडोर लोकेश बत्रा ने ये जानने की कोशिश की कि कर्ज तले दबी एअर इंडिया Air India को कितना पैसा लेना है, जिसके जवाब में एअर इंडिया ने बताया कि 30 नवंबर, 2019 तक VVIP चार्टर फ्लाइट के बदले 822 करोड़ रुपये का भुगतान अभी भी बकाया है, इसके अलावा बचाव कार्यों के बदले मिलने वाली 9.67 करोड़ रुपये और विदेशी मेहमानों को लेकर जाने के बदले 12.65 करोड़ भी रुपये बकाया है। इतना ही नहीं सरकारी अधिकारियों ने भी एअर इंडिया का खूब फायदा उठाया है, RTI के मुताबिक 31 मार्च, 2019 तक सरकारी अधिकारियों ने 526.14 करोड़ रुपये की टिकट उधार ली थी, इनमें से 236.16 करोड़ रुपये बीते तीन साल से Pending हैं. कंपनी ने अपनी अकाउंट बुक में 282.82 करोड़ रुपये को भी वसूली न होने वाली’ रकम में डाल दिया।
सरकार Air India की 100% हिस्सेदारी बेचेगी
बता दें की एयर इंडिया ने बीते साल दिसंबर से सरकारी अधिकारियों को बकाया न चुकाने के चलते टिकट देना भी बंद कर दिया है… वहीं नागर विमानन मंत्री के मुताबिक एअर इंडिया Air India को 8,556.35 करोड़ रुपये का घाटा कर्ज के ऊंचे ब्याज से और किफायती एयरलाइंस से मिलने वाले competition जैसी वजहों से हुआ है, हांलाकि कर्ज में दबी एयर इंडिया की 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा सरकार पहले ही कर चुकी है। सरकार ने 17 मार्च तक बोलियां मंगाई की हैं। जिसके मुताबिक, खरीदार को एयर इंडिया के सिर्फ 23,286.5 करोड़ रुपए के कर्ज की जिम्मेदारी लेनी होगी।जबकि करीब 37,000 करोड़ रुपए के कर्ज का भार सरकार खुद उठाएगी।ऐसे में अब देखना होगा की क्या इसके बाद एयर इंडिया कर्ज से उभर पाती है या नहीं।
- VVIP लोगों ने नहीं चुकाए Air India के करोड़ों रु
- Air India को लेकर RTI में हुआ बड़ा खुलासा
- VVIP का 822 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया
- सरकार ने 17 मार्च तक बोलियां मंगाई
- सरकार Air India की 100% हिस्सेदारी बेचेगी