जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका के पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गए। दोनों को एक ही चिता पर मुखाग्नि दी गई। CDS बिपिन रावत की दोनों बेटियों ने अपने मां और पिता का अंतिम संस्कार किया। मुखाग्नि देने से पहले CDS बिपिन रावत और उनकी पत्नी की पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए रखी गई।
जनरल बिपिन रावत की अंतिम यात्रा में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। हर कोई भावुक था, अंतिम यात्रा के रास्ते लोगों ने फूल बरसाए। कुछ लोग शव वाहन के साथ तिंरगा लेकर दौड़ते भी नजर आए। इस दौरान माहौल भारत माता की जय और जनरल बिपिन रावत अमर रहें के नारों से गूंज उठा। जनरल रावत और उनकी पत्नी की कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी। उनके साथ सेना के 11 अन्य लोग भी शहीद हो गए।
17 तोपों की सलामी दी गई
जनरल बिपिन रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई। इस दौरान तीनों सेनाध्यक्षों, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और 800 मिलिट्री पर्सनल मौजूद थे। वहीं, जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि देने गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल समेत केंद्रीय मंत्रिमंडल के सदस्य उनके आवास पर पहुंचे।