जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: हरियाणा की सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम को हरियाणा सरकार ने 21 दिन की फरलो दी है। इसके तहत राम रहीम अब अपने घर जा सकता है। फरलो किसी भी सजायाफ्ता कैदी को दी जाती है।
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राम रहीम 2017 से हरियाणा की सुनारिया जेल में बलात्कार और हत्या के आरोपों में हुई जेल की सजा भुगत रहा है। साल 2021 में आठ अक्टुबर को गुरमीत राम रहीम को डेरा प्रेमी रंजीत सिंह की हत्या के मामले में दोषी करार दिया गया था। वर्ष 2017 में हत्या और रेप मामले में भी दोषी ठहराया गया था।
क्या है फरलो
फरलो एक छुट्टी की तरह है जिसमें जेल में सजायाफ्ता बंदियों को छुट्टी मिलती है और तय समय के लिए वह अपने घर जा सकते हैं।
राम रहीम को फरलो मिलने के सियासी मायने
पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले मिली इस फरलो के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। राम रहीम को पैरोल तो पहले मिली है लेकिन फरलो पहली बार मिली है। 21 दिनों की फरलो मिलने को पंजाब चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकी पंजाब में 300 के करीब डेरे हैं और डेरा समर्थकों की संख्या लाखों में है।