नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने वाराणसी में हुए लाठीचार्ज के लिए छह साल बाद संतों से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि ‘जो गलती हुई थी, उसे स्वीकार करते हुए मैंने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद और उनके शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने क्षमा मांगी है।
संतों से मांगी माफ़ी
रविवार को अखिलेश यादव हरिद्वार पहुंचे और कनखल स्थित शंकराचार्य मठ में शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती और स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछले दिनों शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने मथुरा में बयान दिया था देश के किसान कितनी तकलीफ में हैं। इसी से प्रभावित होकर वह शंकराचार्य का आशीर्वाद लेने यहां आए हैं।
Corona Guidelines: यूपी में सरकारी-निजी दफ्तरों में 50% कर्मचारी ही करेंगे काम
जानिए क्या है मामला
दरअसल, मामला वर्ष 2015 का है तब उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के शासनकाल में प्रशासन ने संतों को गंगा में गणेश प्रतिमा का विसर्जन नहीं करने दिया था। इससे नाराज संत गंगा तट पर ही धरने पर बैठ गए। संतों को हटाने के लिए पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया। इसमें स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद समेत कई संतों को चोट आई थी।
अखिलेश ने कही ये बात
उन्होंने कहा कि हरिद्वार में कुंभ हो रहा है। इस अवसर पर साधु-संत श्रद्धालुओं को भारत की संस्कृति को आगे बढ़ाने की प्रेरणा दे रहे हैं। कहा कि सभी जाति धर्म के लोग साथ रहें यही भारत और सनातनी परंपरा है।