नई दिल्लीः गर्मियों में अक्सर लोगों को फूड प्वॉइजनिंग की शिकायत रहती है, जाहिर है गर्मी के मौसम में सुबह का खाना शाम तक भी नहीं चल पता लेकिन फिर भी लोग बचा हुआ खाना बर्बाद न हो इस वजह से खा लेते हैं और उसके बाद उल्टी, दस्त, बुखार से परेशान हो जाते हैं. आपको बता दें फूड प्वॉइजनिंग के बैक्टीरिया बहुत तेजी से पनपते हैं। इसलिए मौसम को देखते हुए खान-पान की आदतें जरूर बदलें।
फूड प्वॉइजनिंग के कारण
- गंदे बर्तनों में पकाए गए खाने से
- फ्रिज में रखा बसी खाना गर्म किए बिना खाने से।
- बासी, और अधपका खाना खाने से,
- दूध, पनीर, दही जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स को फ्रिज में न रखने से।
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फूड प्वॉइजनिंग से बचने के उपाय
- खाना बनाने और खाने से पहले अपने हाथो को आवश्य धोएं।
- फल और सब्जियों को साफ़ पानी से अच्छी तरह से धोने के बाद ही खाएं।
- मीट और सब्जियों को काटने के लिए अलग-अलग चॉपिंग बोर्ड का ही इस्तेमाल करें ।
- काटने के बाद हमेशा इसे धोकर ही रखें।
- रोटी बनाने के बाद चकला-बेलन को भी अच्छी तरह धोकर रखें।
- बाहर से खाना ऑर्डर करने पर मिलने वाले एक्स्ट्रा प्याज और चटनी को खाने से बचें, उसमें फूड प्वॉइजनिंग का खतरा लगा रहता है
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इन चीजों से बचाव जरुरी
बता दें की किसी भी चीज़ में बैक्टीरिया को पनपने के लिए पानी की जरूरत होती है। इसलिए गीली चीज़ों में प्वॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है। तो वहीं गर्मियों में रात के बने हुए खाने को अगर आपने फ्रिज में नहीं रखा तो इसे सुबह खाना अवॉयड करें। सात घंटे में फूड प्वॉइजनिंग के एक बैक्टीरिया से 20 लाख बैक्टीरिया बन सकते हैं।