नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन लेने के बाद भी कई संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. वैक्सीन आने के साथ ही हर देश और कंपनी ने ये बात साफ कर दी थी कि कोई भी वैक्सीन कोरोना पर लगाम लगाने के लिए पूरी तरह से कारगर नहीं है। ये वैक्सीन शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाती है जिसकी वजह से वायरस से लड़ने में शरीर को ताकत मिलती है।
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वैक्सीन की खुराक
बता दें की सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर जुगल किशोर का कहना है कि वैक्सीन लेने के बाद यदि व्यक्ति लापरवाह हो ता है तो वो संक्रमण की चपेट में आ सकता है। वैक्सीन की खुराक लेने के बाद यदि एक से दो सप्ताह तक खुद को आइसोलेट कर लिया जाए तो संक्रमण होने की आशंका से बचा जा सकता है। ये तरकीब दो तरह से कारगर है।
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पहले तो ये कि यदि व्यक्ति बाहर नहीं जाएगा तो उसको बाहर से संक्रमण नहीं होगा। दूसरा ये भी कि यदि वो किसी तरह से संक्रमित हो भी जाता है तो उससे दूसरों को संक्रमित होने का खतरा खत्म हो जाएगा। ऐसे में सक्रमण की चेन को तोड़ने में मदद मिल सकती है। यदि दो सप्ताह के बीच में हालत खराब नहीं होती है और सब कुछ सामान्य रहता है तो वो एहतियात के साथ अपने जीवन को सामान्य करने की तरफ बढ़ सकते हैं।
सकारात्मक सोच
दरअसल वैक्सीन लगवाने के बाद भी संक्रमित होने वालों की अधिक संख्या के बाबत उन्होंने कहा कि ये पहले से ही बता दिया गया था कि वैक्सीन का असर करीब 10 फीसद लोगों पर प्रतिकूल पड़ सकता है। ये केवल भारत की ही बात नहीं है बल्कि ऐसा पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। प्रोफेसर जुगल किशोर का कहना है कि इसके बावजूद लोगों को वैक्सीन के प्रति अपनी सकारात्मक सोच बरकरार रखनी चाहिए।