Israel-Hamas War: इजराइल ने सोमवार को कहा कि वह गाजा पर पूर्ण नाकाबंदी लगाने जा रहा है, जिसमें क्षेत्र में भोजन और ईंधन प्रवेश पर प्रतिबंध भी शामिल है। यह इजरायल और हमास के आतंकवादियों के बीच तीन दिवसीय संघर्ष के बाद हुआ, जिसमें दोनों पक्षों के 1,100 से अधिक लोगों की जान चली गई। इजराइल में 44 सैनिकों सहित 700 से अधिक लोग मारे गए। इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि मैंने गाजा पट्टी पर पूर्ण घेराबंदी का आदेश दिया है। न बिजली होगी, न भोजन, न ईंधन, सब कुछ बंद है।
गाजा पट्टी का इतिहास
साल 1948 में इजरायल के निर्माण के बाद , मिस्त्र ने लगभग दो दशकों तक गाया पट्टी पर नियंत्रण किया। 1967 के दिवसीय युद्ध में अपने अरब पड़ोसियों के खिलाफ इजरायल की जीत के बाद उसने गाजा पट्टी और पश्चिमी किनारे पर नियंत्रण हासिल कर लिया। अगले 38 वर्षों के लिए इजरायल ने गाजा पट्टी को नियंत्रित किया और 21 यहूदी बस्तियों कि निर्माण किया। साल 2005 में, अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दबाव में, इजरायल ने गाजा से लगभग 9000 इजराइली बसने वालों और अपने सैन्य बलों को वहां से वापस बुला लिया। इससे गाजा पट्टी को फिलिस्तीनी प्राधिकरण द्वारा शासित किया जाना था। जो पश्चिम बैंक के कुछ हिस्सों को भी नियंत्रित करती है।
2000 से अधिक घायल हुए
7 अक्टूबर 2023 को इजराइल में हजारों रॉकेट दागे। हमास और फलस्तीन के इस्लामिक जिहाद लड़ाकों के जमीन, समुद्र और हवा से इजरायल में घुसपैठ की। सैकड़ों इजराइली मारे गए। 2000 से अधिक घायल हुए और कई को बंधक बना लिया गया। जवाब में, इजराइली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर युद्ध की घोषणा की और गाजा में हवाई हमले भी किये।