जनतंत्र डेस्क, आंध्र प्रदेश: सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस एन वी रमणा CJI बनने के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव पहुंचे। जहां लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। CJI बनने के बाद एन वी रमणा अपनी पत्नी के साथ आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिला स्थित अपने गांव पोनाव्वरम पहुंचे। जहां फूलों से सजी बैलगाड़ी पर बैठकर उन्होंने पूरे गांव का भ्रमण किया।
पोन्नावरम गांव पहुंचे जस्टिस एन वी रमणा ने कहा, देश ने काफी प्रगति की है। लेकिन कुछ समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं। इन समस्याओं से लड़ने के लिए सभी का एकजुट होना जरूरी है।
मातृ भाषा से प्यार
गांव में लोगों ने उत्साह के साथ न्यायमूर्ति रमणा का स्वागत किया। फूलों से सजी बैलगाड़ी में CJI को गांव में घुमाया। यहां जस्टिस रमणा ने कहा, वह तेलुगू, अपनी मातृभाषा से, अपने गांव-मातृभूमि के समान प्यार करते हैं। उन्होंने अपने बचपन के दिनों को याद करते हुए कहा कि चूंकि उनके पिता कम्युनिस्ट पार्टी के समर्थक हुआ करते थे, इसलिए वह (न्यायमूर्ति रमण) स्वतंत्र पार्टी की विचारधारा को पसंद करते थे।
जाति, धर्म से ऊपर सोचें लोग
चीफ जस्टिस एन वी रमणा ने कहा, ‘‘मैंने सदा चाहा है कि सभी लोगों को जाति, नस्ल और धर्म से ऊपर उठ कर एक साथ रहना चाहिए।” न्यायमूर्ति रमण राज्य की तीन दिनों की यात्रा पर हैं और इस दौरान वह कई कार्यक्रमों में शरीक होंगे।