नई दिल्लीः गंगा नदी में बहते शवों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। जिसमें उत्तर प्रदेश और बिहार में गंगा नदी में बहते पाए गए शवों की खबरों का हवाला दिया गया है। याचिका में केंद्र, उत्तर प्रदेश, बिहार समेत चार राज्यों को गंगा नदी में बहते मिले शवों को हटाने के लिए फौरन कदम उठाने के निर्देश देने की मांग की गई है।
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मृतकों के अधिकारों की रक्षा
बता दें की ‘यूथ बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ की ओर से दायर की गई याचिका में मुख्य सचिवों एवं जिला मजिस्ट्रेटों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि किसी भी नदी में शव फेंकने नहीं दिया जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। वकील मंजू जेटली के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया है, ‘‘मृतकों के अधिकारों की रक्षा करना राज्य का कर्तव्य है, जिसमें सम्मानित तरीके से अंतिम संस्कार करने का अधिकार भी शामिल है।’’
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उचित कदम उठाने का निर्देश
याचिका में कहा गया है कि गंगा नदी का उद्गम स्थल उत्तराखंड है और यह उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल की ओर बहती है। नदी में शवों के बहने से पर्यावरण को नुकसान होगा और साथ ही यह स्वच्छ गंगा के राष्ट्रीय अभियान के दिशा निर्देशों का उल्लंघन भी है। प्राधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया जाए कि गंगा तथा अन्य नदियों से शवों को हटाया जाए।