जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज पंजाब के अमृतसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उनके साथ पंजाब में ‘आप’ सीएम फेस और सांसद भगवंत मान भी मौजूद रहे। अपने संबोधन में अरविंद केजरीवाल ने संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर और क्रांतिकारी भगत सिंह को याद किया।
अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया कि पंजाब में ‘आप’ की सरकार बनने के बाद पंजाब सरकार के किसी भी दफ्तर में सीएम की या किसी भी नेता की फोटो नहीं लगाई जाएगी। बल्कि दफ्तर में बाबा साहब अबंडेकर और शहीद-ए- आजम भगत सिंह की तस्वीर लगाई जाएगी। ताकि उनको देख कर हम लोग, हमारी पीढी और आने वाली पीढ़ी प्रेरणा ले सके। हम जितनी बार उनकी तस्वीर देखेंगे, उनका संघर्ष याद आएगा। केजरीवाल ने कहा, धीरे-धीरे हम उन लोगों की कुर्बानियों, उनके संघर्षों और विचारों को भूलते जा रहे हैं। पूरे के पूरे सिस्टम के उपर गंदी राजनीति हावी होती जा रही है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा, आजादी के आंदोलन का प्रतिनिधित्व करने वाली शख्सियत बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर और शहीद-ए- आजम भगत सिंह थे। उन्होंने कहा, बाबा साहब अंबेडकर के हम केवल फैन ही नहीं है, बल्कि हम उनके भक्त हैं और उनकी पूजा करते हैं। आईनस्टाइन ने महात्मा गांधी के लिए कहा था, ‘‘आने वाली पीढ़ियां यह यकीन नहीं करेंगी कि हाड़-मांस का ऐसा शख्स पृथ्वी के उपर कभी पैदा हुआ था।’’ यह बात मैं बाबा साहब अंबेडकर के लिए कहना चाहता हूं कि बाबा साहब का जो संघर्ष था, जो उन्होंने जिंदगी में हासिल किया है। उस पर मेरा अपना मानना है कि आज हम लोग उनके विचार और संघर्ष के बारे में जितना पढ़ते हैं, यह यकीन नहीं होता है कि ऐसा व्यक्ति जमीन पर आया था।
अरविंद केजरीवाल ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने 23 साल की उम्र में देश के नाम अपनी जान कुर्बान कर दी। केजरीवाल ने कहा कि 23 साल की उम्र में एक आदमी सोच रहा होता है कि मैं क्या बनूंगा। एक अच्छी लड़की मिलेगी, शादी करूंगा, बच्चे होंगे। जबकि, शहीद-ए- आजम भगत सिंह ने 23 साल की उम्र में देश के नाम अपनी जान कुर्बान कर दी। उन्होंने कहा, अगर पंजाब में हमारी सरकार बनती है तो हम बाबा साहब और शहीद-ए-आजम भगत सिंह के विचारों पर चलेंगे।