Raja RamMohan Roy Jayanti: राजा राम मोहन रॉय का जन्म सन 1772 में 27 सितंबर को हुआ था। उनका जन्म पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के राधानगर गांव में हुआ था। उन्हें कई भाषाओं का ज्ञान था। जैसे बांग्ला, अरबी, संस्कृत और पारसी शामिल थी। वह एक हिंदू वादी व्यक्ति और कट्टर ब्राहम्ण थे। उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी के राजस्व विभाग में नौकरी भी की थी। साथ ही, जैन और मुस्लिम धर्म का अध्ययन भी किया था। उन्होंने समाज में कुरीतियों का विरोध भी किया था।
योगी आदित्यनाथ का पोस्ट
“महान समाज सुधारक, शिक्षाविद, ब्रह्म समाज के संस्थापक राजा राममोहन राय की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! उन्होंने तर्कशील व वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित विकसित समाज बनाने और नारी सशक्तिकरण के लिए जीवनपर्यंत संघर्ष किया। उनके योगदानों को कभी नहीं भुलाया जा सकता।”
शिवराज सिंह चौहान ने भी किया पोस्ट
“समाज को रूढ़ियों से मुक्त कर एक जागृत समाज का निर्माण करने वाले भारतीय पुनर्जागरण के अग्रदूत, महान समाज सुधारक राजा राममोहन राय जी की पुण्यतिथि पर सादर नमन करता हूँ। आपके विचारों का मंगलकारी प्रकाश सर्वदा भारतीय समाज को चैतन्य रखते हुए भावी पीढ़ियों को समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिए प्रेरित करता रहेगा।”
ब्रह्म समाज की स्थापना
राजा राम मोहन रॉय ने 1828 में ब्रह्म समाज की स्थापना की थी। इसका उद्देश्य हिंदू समाज में बुराइयों को खत्म करना था। जैसे सती प्रथा, बहुविवाह, जाति प्रथा आदि को समाप्त करना था। आपको बता दें कि, राममोहन रॉय ने मूर्ति पूजा का भी विरोध किया था।