जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: श्रीलंका में प्रदर्शनकारी भयंकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शनिवार को प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग के साथ उनके आवास को घेर लिया। जिसके बाद राजपक्षे को अपना आवास छोड़कर भागना पड़ा। बताया जा रहा है कि कुछ प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास के परिसर तक घुस आए थे। इसके बाद सुरक्षाबलों ने राष्ट्रपति को आवास से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। हालांकि, सुरक्षाबल पानी की बौछारों और आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश करती रही। प्रदर्शन के दौरान करीब 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे तब तक पीछे नहीं हटेंगे, जब तक गोतबाया राजपक्षे इस्तीफा नहीं दे देते हैं।
PM रानिल विक्रमसिंघे ने बुलायी, तत्काल बैठक
इस सब के चलते, प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने जनता के प्रदर्शन से देश में पैदा हुए संकट पर चर्चा करने के लिए शनिवार को राजनीतिक दल के नेताओं की तत्काल बैठक बुलायी। विक्रमसिंघे के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि उन्होंने पार्टी की तत्काल बैठक बुलायी है और स्पीकर से तत्काल संसद का सत्र बुलाने का अनुरोध किया है
श्रीलंका में क्यों हो रहा है विरोध प्रदर्शन?
गौरतलब है कि 2.2 करोड़ की आबादी वाला देश श्रीलंका मौजूदा समय में गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। पूरे देश में खाने से लेकर ईंधन तक की भयकंर कमी पैदा हो गई है। यहां तक कि घरों में बिजली तक सिर्फ कुछ ही घंटों के लिए आ रही है। श्रीलंका के लगातार घटते विदेशी मुद्रा भंडार की वजह से वह मेडिकल से जुड़े जरूरी सामान तक नहीं आयात कर पा रहा है।