जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास हुए हेलिकॉप्टर हादसे में जिंदा बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी निधन हो गया। हादसे के 7 दिन बाद वरुण सिंह जिंदगी की जंग हार गए। इस हादसे में भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत कुल 13 लोगों की मौत मौक़े पर ही हो गई थी। वरुण सिंह इकलौते जिंदा बचे थे लेकिन सात दिन बाद वे भी अलविदा कह गए।
भारतीय वायु सेना ने ट्वीट कर कहा, ”यह दुखद सूचना है कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का आज सुबह निधन हो गया। इसी महीने आठ दिसंबर को वे हेलिकॉप्टर हादसे में जख़्मी हुए थे। भारतीय वायुसेना उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती है और इस मुश्किल वक़्त में उनके परिवार के साथ खड़ी है।”
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत हादसे वाले दिन से ही नाजुक बनी हुई थी। उनके साथ सफर कर रहे 13 लोगों का निधन हादसे के वक्त ही हो गया था। लेकिन कैप्टन वरुण सिंह जिंदा थे। 10 दिसंबर को उन्हें तमिलनाडु में वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल से एयरलिफ़्ट कर बेंगलुरु लाया गया। गैलेंट्री अवॉर्ड विनर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह सैन्य परिवार से आते हैं। उत्तर प्रदेश के देवरिया निवासी वरुण सिंह का परिवार तीनों सेनाओं से जुड़ा है।
पीएम मोदी ने जताया दुख
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए ट्विटर पर लिखा, ”ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने गर्व, निर्भिक और बेहतरीन प्रोफेशनल की तरह देश की सेवा की। उनकी मौत से मैं बहुत ही दुखी हूँ। उन्होंने देश के लिए जो किया है, उसे कभी भुला नहीं जाएगा। उनके परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी संवेदना है. ओम शांति।”