जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: बातचीत की टेबल पर आने के बाद भी रूस का यूक्रेन पर हमला जारी है। 28 फ़रवरी को रूस और यूक्रेन के बीच पहले चरण की वार्ता बेलारूस में हुई जो बेनतीज़ा ख़त्म हो गई। हालांकि दोनों पक्षों में आगे बातचीत करने पर सहमति बनी है। लेकिन हमला रूकेगा या नहीं इस पर कोई सहमति नहीं बनी।
Ukraine Crisis: बर्बादी का मंजर: घर तबाह…बिखरे पड़े कॉपी किताब और खिलौने, हालात बयां करतीं तस्वीरें
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की ने यूरोपियन यूनियन से सदस्यता की मांग की है। यूएनजीए के विशेष सत्र में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरस ने कहा है कि किसी भी सूरत में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को सही नहीं ठहराया जा सकता है।
भारत ने की मदद की पहल
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने सुरक्षा परिषद को बताया है कि भारत सरकार एक मार्च से यूक्रेन में मानवीय मदद भेजना शुरू कर रहा है। इसके अलावा भारत सरकार के सीनियर मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देश जाएंगे ताकि भारतीय नागरिकों और छात्रों को सुरक्षित निकाला जा सके।
रूस से वैश्विक अलगाव
एक तरफ रूस यूक्रेन पर हमलों का सिलसिला खत्म नहीं कर रहा तो इसका खामियाजा उसे भी भुगतना पड़ रहा है। दुनिया के कई शक्तिशाली देश रूस पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। अमेरिका ने सोमवार को 12 रूसी राजनयिकों को यूएन मिशन से वापस जाने को कहा है।
यूक्रेन में 350 नागरिकों की मौत
यूक्रेन के बड़े शहरों में गोलबारी जारी है। अब तक कुल 350 नागरिकों की मौत हुई है। रूसी सैनिक बच्चों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। मरने वालों में 14 बच्चे भी हैं। वहीं, इस अटैक के कारण पांच लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं।
यूक्रेन के पूर्वोत्तर शहर ओखत्यार्का में रविवार को रूसी हमले में करीब 70 सैनिकों की मौत हुई है। रूसी हमले में एक सैन्य यूनिट तबाह हो गई। 70 यूक्रेनी सैनिकों दो दफनाने की तैयारी हो रही है।