रश्मि सिंह|Health Tips: आपको पता है कि सर्दियों में अस्थमा की बीमारी बढ़ने लगती है। जिसकी वजह से कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार ऐसा होता है कि अधिक ठंड और सर्द हवाओं के कारण सांस फूलने की समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है। अगर आप भी अस्थमा के मरीज है और इस तरह की समस्या से जूझ रहे है तो आपको कुछ खास बातों का ध्यान में रखना होगा।
सर्दियों में अस्थमा के मरीज करें ये काम
- आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, रात में अस्थमा के रोगियों को दूध नहीं पीना चाहिए। दूध में काली मिर्च और हल्दी डालकर पिएं। इसके अलावा दूध में जायफल डालकर पीना भी आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
- सुबह खाली पेट लहसुन खाना अस्थमा के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन लहसुन की कलियों को छिलकर 30 सेकंड तक धूप में रखे ताकी लहसुन ऑक्सीडाइट हो जाए। ऑक्सीडाइट लहसुन के साथ 1 चम्मच शहद के साथ खाए। ऐसा करने से आपके फेफड़े का वायुमार्ग साफ होगा।
- सर्दियों के समय अधिक भीड़भाड़ वाले और प्रदूषण वाले स्थानों पर न जाएं।
- घर से निकलते समय मास्क लगाकर ही चलें।
- धूम्रपान वाली जगह पर बिल्कुल खड़े न हो।
- समय पर खाना खाए और ताजा खाना खाए, बाहर के खाने का परहेज करें।
- सर्दियों के समय बाहर जाते समय गर्म कपड़े पहनें।
- स्वच्छ पानी पिएं और पालक, चुकंदर, मसूर की दाल का सेवन करें।
रात में अस्थमा अटैक से कैसे बचें
- अपने रुम को साफ रखे- अगर आपको भी रात में अस्थमा अटैक से बचने के लिए आपको सबसे पहला काम अपने रुम को साफ रखने का करना है। रोजाना झाडू और पोछा लगाएं।
- गद्दे पर कवर लगाएं- डस्ट प्रूफ गद्दे और तकिए के कवर धूल, मिट्टी और गंदगी को बिस्तर के अंदर जाने से रोकते है।
- हफ्ते में एक बार चादर धोए- घर की सफाई के साथ-साथ चादर की सफाई भी जरुरी है। अस्थमा अटैक से बचने के लिए चादर को हर हफ्ते धोने की आदत डालें। अगर आपको अस्थमा नहीं है तो भी चादर और तकिए के कवर को हर हफ्ते धोए। इन्हें धोने के लिए ठंडे पानी के बजाय गर्म पानी का इस्तेमाल करें।
- सोते वक्त ऊचा रखें सिर- अगर आप भी साइनस के इन्फेक्शन से पीड़ित है तो कभी भी एक सीध में न लेटें, क्योंकि इससे पोस्टनेसल ड्रिप बढ़ सकता है, जो अस्थमा अटैक का कारण बन सकता है। सोते वक्त अपने सिर को मुलायम तकिए से थोड़ा ऊचा रखे।