Maithilisharan Gupt: राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की आज पुण्यतिथि है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के सीएम सहित कई नेताओं ने उन्हें सादर नमन किया। दरअसल, मैथिलीशरण गुप्त का निधन 12 दिसंबर 1964 को हो गया था उस वक्त उनकी उम्र 78 वर्ष थी। वह एक महान रचनाकार थे और पद्म भूषण से भी उन्हें नवाजित किया गया था।
सीएम योगी का पोस्ट
महान रचनाकार, ‘पद्म भूषण’, ‘राष्ट्रकवि’ मैथिलीशरण गुप्त की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! हिंदी साहित्य के उन्नयन में उनका योगदान अभिनंदनीय है। राष्ट्रीय चेतना, लोक-जीवन की संवेदना एवं हमारी समावेशी संस्कृति से समृद्ध उनकी कालजयी रचनाएं साहित्य जगत की अनुपम धरोहर हैं।
महान रचनाकार, ‘पद्म भूषण’, ‘राष्ट्रकवि’ मैथिलीशरण गुप्त की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! हिंदी साहित्य के उन्नयन में उनका योगदान अभिनंदनीय है।
राष्ट्रीय चेतना, लोक-जीवन की संवेदना एवं हमारी समावेशी संस्कृति से समृद्ध उनकी कालजयी रचनाएं साहित्य जगत की अनुपम धरोहर हैं। pic.twitter.com/ePQ8HwJwMC
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 12, 2023
कांग्रेस पार्टी ने किया नमन
राष्ट्रकवि श्री मैथिलीशरण गुप्त जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटिश: नमन। अपनी कालजयी लेखनी से जन चेतना में राष्ट्रप्रेम की भावना जगाने के लिए आप चिरकाल तक याद किए जाएंगे।
राष्ट्रकवि श्री मैथिलीशरण गुप्त जी की पुण्यतिथि पर उन्हें कोटिश: नमन।
अपनी कालजयी लेखनी से जन चेतना में राष्ट्रप्रेम की भावना जगाने के लिए आप चिरकाल तक याद किए जाएंगे। pic.twitter.com/BUkCNweUeX
— Congress (@INCIndia) December 12, 2023
भूपेश बघेल ने लिखी पंक्ति
मृषा मृत्यु का भय है।
जीवन की ही जय है।
इन अमर पंक्तियो के सृजनकर्ता ‘पद्मभूषण’ से सम्मानित, युगदृष्टा, हिंदी साहित्य के अनमोल रत्न राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि एवं सादर नमन। युवा पीढ़ी की रगों में राष्ट्रप्रेम का संचार करने वाली गुप्त जी की रचनाएं देशवासियों में सदैव मानवीय संवेदनाओं का संचार करती रहेंगी।
मृषा मृत्यु का भय है
जीवन की ही जय है।इन अमर पंक्तियो के सृजनकर्ता ‘पद्मभूषण’ से सम्मानित, युगदृष्टा, हिंदी साहित्य के अनमोल रत्न राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि एवं सादर नमन।
युवा पीढ़ी की रगों में राष्ट्रप्रेम का संचार करने वाली…
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 12, 2023