Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गई है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले के लिए भारत ने पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और भारत ने तुरंत डिप्लोमैटिक स्ट्राइक की। हमले के बाद पाकिस्तान में काफी डर का माहौल है। जिसके कारण गुलाम के जम्मू-कश्मीर की सरकार ने अपने यहां स्थित सभी धार्मिक मदरसे 10 दिनों के लिए बंद कर दिए हैं। पाकिस्तान का कहना है कि उसके पास इस बात की पुख्ता सूचना है कि भारत जल्द ही सैन्य कार्रवाई कर सकता है। भारत का आरोप है कि पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला पाकिस्तानी नागरिकों ने किया है जिनके वहां स्थित आतंकी संगठनों से संबंध हैं।
क्यों बंद किए गए मदरसे?
भारत का एक्शन मोड देखकर गुरुवार को अधिकारियों ने नीलम घाटी और एलओसी के पास अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में पर्यटकों के प्रवेश पर रोक लगा दी। कई पर्यटकों को मार्बल चेकपोस्ट से वापस भेज दिया गया। लीपा घाटी में निवासियों को एलओसी के पास जाने से मना किया गया है और सुरक्षा एजेंसियों के साथ सहयोग करने को कहा गया है।
जानकारी के अनुसार धार्मिक मदरसों को 10 दिनों के लिए बंद करने का फैसला किया गया, क्योंकि आशंका है कि भारत इन संस्थानों को आतंकी प्रशिक्षण केंद्र बताकर निशाना बना सकता है। कानून मंत्री मियां अब्दुल वाहिद ने कहा, “हम एक ऐसे चालाक, क्रूर और षड्यंत्रकारी दुश्मन से निपट रहे हैं, जिसके किसी भी नीच हरकत से इंकार नहीं किया जा सकता है।
भारत के तेवर से घबराया पाक
पाकिस्तान की बौखलाहट की एक बड़ी वजह भारत का बदला हुआ रुख है। अब तक कूटनीतिक प्रतिक्रिया देने वाला भारत, अब जवाबी कार्रवाई के संकेत दे रहा है। सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने से लेकर पाकिस्तानी नागरिकों के भारत आने पर रोक लगाने जैसे कदमों ने इस तनाव को और गहरा कर दिया है। PoK में मदरसों का बंद होना बताता है कि पाकिस्तान अब हर मोर्चे पर घिरता जा रहा है, और उसे भारत की जवाबी रणनीति का डर हर दिन सता रहा है।
हवाई सेवाओं पर भी प्रतिबंध
कराची और लाहौर के हवाई क्षेत्र में पूरे मई माह के दौरान हर दिन 8 घंटे (सुबह 8 से शाम 4 बजे तक) उड़ानें बंद रखने की घोषणा की गई है। इसी के साथ गिलगित-बाल्टिस्तान में भी उड़ानों पर असर पड़ रहा है। दरअसल गिलगित-बाल्टिस्तान में हवाई क्षेत्र पहले से ही बंद है, जिसके कारण इस्लामाबाद से गिलगित-स्कर्दू की उड़ानें लगातार दूसरे दिन रद्द रहीं। इसके अलावा, खराब मौसम के कारण इस्लामाबाद मेंपांच अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानें विलंबित या अन्य शहरों में डायवर्ट की गईं।