Mafia Atiq Ahmed News : कुरान में लिखा है अच्छाई के रास्ते पर चलने के लिए दान जरुरी है और आप जो दान करते है उसके बारे में अल्लाह को पहले से पता होता है। इसी दान को वक्फ कहा जाता है जिसे इस्लाम धर्म में काफी पवित्र माना गया है। जब कोई संपत्ति वक्फ के रुप में दान दी जाती है तो उस संपत्ति के मालिक खुद अल्लाह होते है और इस संपत्ति से गरीब और जरुरतमंद मुसलमानों की मदद की जाती है। सातवीं शताब्दी में जब पैगंबर मोहम्मद साहब को वक्प के रुप में सात बागान दान मिले थे। तब उन्होंने भी वक्फ की संपत्ति से मदीना के गरीब मुसलमानों की मदद की थी। वक्फ की जमीन पर कब्जा करना इस्लाम धर्म में वर्जित माना गया है। वक्फ की संपत्तियों पर अवैध कब्जे का मुद्दा सामने आया है, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे गैंगस्टरों ने करोड़ों की वक्फ संपत्तियों पर कब्जा किया था। कई राजनीतिक दलों ने इन गैंगस्टरों को समर्थन दिया।
अतीक के परिवार ने कब्जा ली 71 करोड़ की संपत्ति
अभी तक आपने वक्फ के गलत दावे और अवैध कब्जे की खबरे सुनी होगी लेकिन अब वक्फ की संपत्ति पर कब्जा भी काफी हुआ है। प्रयागराज में वक्फ की कई संपत्तियों पर पूर्व माफिया डॉन अतीक अहमद के परिवार और उसके करीबियों के कब्जे में है। मकान दुकान और कई बड़ी इमारते जो वक्फ की संपत्ति बताई जाती थी। वो कई वर्षों से अतीक अहमद के परिवार की निजी जागीर बनी हुई है और वह इनका भरपूर दोहन करते थे।
वक्फ की करीब 71 करोड़ की संपत्ति पर अतीक अहमद के करीबी कुंडली मारकर बैठे थे। इन लोगों के वक्फ की जमीनों पर अवैध खनन करके वहां की मिट्टी तक बेच डाली। जब इन संपत्तियों की जांच हुई तो पता चला कि प्रयागराज वक्फ बोर्ड के एक तत्कालीन मुतव्ली ने लाखों रुपए लेकर वक्फ की अतीक अहमद और उसके परिवार को गिफ्ट कर दी थी।
वक्फ की जमीनों पर अवैध कब्जे के मामले में प्रयागराज पुलिस ने नवंबर 2023 में अतीक के परिवार के सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इनमें से कुछ संपत्तियों पर बुलडोजर भी चलाया गया था। जबकी कुछ संपत्तियों पर अब भी अतीक और उसके भाई अशरफ के परिवार वालों का अवैध कब्जा है। योगी सरकार ने एक्शन लेते हुए वक्फ के साथ साथ कई अन्य जमीनों को भी माफिया के कब्जे से छुड़ाया है। कई सरकारी जमीन पर भी माफिया अतीक का कब्जा था। जिसको वापस लेकर यूपी सरकार ने वहां गरीबों के लिए घर बना दिए।
अतीक और उसके भाई अशरफ के परिवार और रिश्तेदारों का कब्जा
- जी टी रोड पर 9 दुकान और पीछे मकान पर मोहम्मद तारिक का कब्जा जो माफिया अशरफ का साला है. इसकी कीमत 2 से 3 करोड़ रुपए है।
- जी टी रोड पर ही करीब 20 करोड़ की संपत्तियों पर मोहम्मद जैद, हमजा, मंशुद, अहमद, शिवली, अब्दुल्ला की संपत्ती है. ये सब अशरफ के रिश्तेदार हैं।
- पूर्व मुत्तलवी अशीयम ने अतीक से परिवार से पैसा लेकर 18 करोड़ की संपत्ति का 29 साल 6 महीने के लिए उसके रिश्तेदारों को रजिस्टर्ड एग्रीमेंट किया था और फर्जी दस्तावेज बनाकर कब्जा लिया था।
- जी टी रोड पर 30 करोड़ की संपत्ति पर छोटे चप्पल वाले, मोहम्मद साबिर, उबैद उल्ला, अब्दुल्ला, सुहेल अहमद, अंसार अहमद, महमूद, मोहम्मद आबिद और मोहम्मद जैद ने अवैध तरीके से दुकानें और बहुमंजिला मकान बनाए हैं. सभी अतीक के रिश्तेदार हैं, एक मकान को पीडीए ने तोड़ा भी है।
- 50 लाख की संपत्ति पर अतीक के रिश्तेदार मोहम्मद फैज का कब्जा है।