Israel-Iran War News: इजरायल-ईरान युद्ध के बीच भारत एक बार फिर अपना पड़ोसी धर्म निभाने जा रहा है। नेपाल और श्रीलंका ने केंद्र सरकार से ईरान नें फंसे अपने लोगों को बाहर निकालने के लिए मदद की गुहार लगाई है। दोनों देशों के अनुरोध के बाद भारत ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत की सरकार की तरफ से कहा गया है कि “वह उनके नागरिकों को सुरक्षित ईरान से बाहर निकालेगा। ईरान में मौजूद भारतीय दूतावास ने घोषणा करते हुए कहा कि ” वह नेपाल और श्रीलंका के नागरिकों को उनके सरकारों के अनुरोध पर ईरान से सुरक्षित बाहर निकालेगा।”
भारत ने यह फैसला ऐसे समय में किया जब इजरायल और ईरान के बीच युद्ध जारी है। भारतीय दूतावास ने कहा, ‘नेपाल और श्रीलंका की सरकारों के अनुरोध पर ईरान में भारतीय दूतावास की निकासी प्रयासों में नेपाल और श्रीलंका के नागरिक भी शामिल होंगें।
क्या है ऑपरेशन सिंधु?
ऑपरेशन सिंधु भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक विशेष राहत अभियान है, जिसका उद्देश्य ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों, विशेषकर छात्रों, को सुरक्षित निकालना है। यह अभियान ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव और अस्थिर स्थिति के कारण शुरू किया गया। 18 जून 2025 को विदेश मंत्रालय ने इस अभियान की घोषणा की।
ईरान से लगातार भारतीय स्टूडेंट्स को विमान से भारत लाया जा रहा है। आज शनिवार, 21 जून की सुबह ही ईरान के मशहद से एक विशेष उड़ान से 290 स्टूडेंट्स भारत लौटे। इनमें ज्यादातर जम्मू और कश्मीर के छात्र थे। अब तक क 500 से अधिक स्टूडेंट्स भारत लौट चुके हैं।
ईरान-इज़राइल के बीच तनाव जारी
ईरान-इज़राइल संघर्ष के कारण क्षेत्र में हिंसा और तनाव बढ़ा, जिससे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा खतरे में थी। तेहरान में मेडिकल छात्रों के छात्रावास पर हमले की खबरें भी आईं, जिसमें कुछ भारतीय छात्र घायल हुए। भारतीय दूतावास (तेहरान) और नई दिल्ली में 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किया गया। भारतीय नागरिकों को आपातकालीन हेल्पलाइन नंबरों +98 9128109115, +91 8086871709 और ईमेल cons.tehran@mea.gov.in के माध्यम से संपर्क करने की सलाह दी गई।