Ajit Doval birthday: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। बता दें कि देश की सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने वाले अजीत डोभाल हैं। उन्हें कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है। माना जाता है कि सर्जिकल स्ट्राइक के पीछे भी डोभाल का ही दिमाग था और उन्हीं के कहने के पर जवाबी कार्रवाई की गयी थी। वहीं, 1989 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में चरमपंथियों के खिलाफ ऑपरेशन ब्लैक थंडर का नेतृत्व भी डोभाल न ही किया था।
अजीत डोभाल जुड़े इंटेलीजेंस ब्यूरो से
बता दें कि अजीत डोभाल का जन्म उत्तराखंड की काफी खूबसूरत जगह पौड़ी गढ़वाल में 20 जनवरी 1945 को हुआ था। उनके पिता सेना में अधिकारी थे। तो वहीं साल 1968 केरल बैच के आईपीएस अधिकारी रहे डोभाल 1972 में इंटेलीजेंस ब्यूरो से जुड़े थे। पाकिस्तान के लाहौर में भारतीय दूतावास में उन्होंने छह साल काम किया था। कहा जाता है कि इस दौरान डोभाल पाकिस्तान की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखता था, डोभाल लाहौर की गलियों में अपनी वेशभूषा बदल कर कुछ महत्वपूर्ण फैक्ट को ढूढने में भी कामयाब हुए थे।
उनसे जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से
- अजीत डोभाल 1968 में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में शामिल हुए।
- उसे अंडरकवर एजेंट के तौर पर पाकिस्तान भेजा गया था। उन्होंने महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए पाकिस्तान में सात साल बिताए।
- सफल मिशन के बाद भारत लौटने के बाद, डोभाल पूर्वोत्तर और पंजाब में आतंकवाद विरोधी अभियानों में सक्रिय रूप से शामिल हो गए।
- 2014 में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने डोभाल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया, जिससे उन्हें भारत के रणनीतिक निर्णय लेने के केंद्र में रखा गया।
- उनके कार्यकाल के दौरान, भारत ने 2016 में नियंत्रण रेखा के पार सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में बालाकोट में हवाई हमले किए, जिससे पाकिस्तान और भारत के अन्य विरोधियों को एक कड़ा संदेश भेजा गया।
- उन्होंने इराक में बंधक बनाई गई भारतीय नर्सों की रिहाई और पाकिस्तान में हिरासत में लिए गए भारतीय मछुआरों की वापसी के लिए बातचीत में भी अहम भूमिका निभाई।
- अजीत डोभाल को कई साहसिक सुरक्षा पहलों के वास्तुकार के रुप में जाना जाता है।