जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज बजट पेश कर रही हैं। बजट 2022-23 में हर वर्ग को राहत मिलने की उम्मीद है। ऐसे में क्या रसोई में क्या बदलाव होता है इस पर भी सबकी नजर टिकी हुई हैं। आम जनता की सबसे बड़ी मांग ये ही है कि इस बजट में मंहगाई से राहत मिले।
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पिछले कुछ सालों में मंहगाई के कारण रसोई का स्वाद भी बिगड़ा है। सरसों के तेल के दाम बेतहांशा बढ़े हैं। देश के कई राज्यों में तो सरसों के तेल की कीमतें 200 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा हो गई है। बीते एक साल की बात करें तो सरसों के तेल की कीमतों में 70 से 80 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में बजट 2022 से उम्मीद है कि खाद्य तेल के दाम कम किया जाएं।
राजधानी दिल्ली में 1 दिसंबर 2020 को सरसों के तेल की कीमत 136 रुपये प्रति लीटर थी। वहीं 1 दिसंबर 2021 को दिल्ली में सरसों तेल के दाम 203 रुपये प्रति लीटर पहुंच गए। दामों में 70 से 80 फीसदी की बढ़ोतरी हो चुकी है।
29 जनवरी 2022 को औसतन सरसों का तेल 170 रुपये यानी जनवरी माह के अधिकतम स्तर तक पहुंचा था। सरसों के तेल के बढ़ते दामों से घर का बजट बिगड़ गया है। ऐसे में उम्मीद तो जताई ही जा सकती है कि सरसों के तेल, खाद्यान्य तेल के दाम में गिरावट आए।