Dalai Lama की चीन को चेतावनी
नई दिल्ली- 14वें बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) बुधवार को दलाई लामा महाबोधि मंदिर पहुंचे हैं। जहां उन्होंने भगवान बुद्ध के दर्शन किए। बता दें कि दलाई लामा मंगलवार को बोधगया पहुंचे है। इसी दौरान आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने चीन पर निशाना साधा। वहीं 2 जनवरी से दलाई लामा कालचक्र मैदान में विशेष शैक्षणिक सत्र की अगुवाई करेंगे।
बौद्ध धर्मगुरु ने Dalai Lama ने चीन को कहा ये
आध्यात्मिक नेता दलाई लामा का क्रिसमस पर चीन के लिए एक संदेश है: “हमारे पास सच की शक्ति है। चीनी कम्युनिस्टों के पास बंदूक की ताकत है। लंबे समय में, बंदूक की शक्ति की तुलना में सच्चाई की शक्ति बहुत अधिक मजबूत होती है। ” इसी के साथ दलाई लामा ने कहा कि “चीन में दुनिया के बौद्धों की सबसे अधिक आबादी है। और धीरे-धीरे, वहां के बौद्धों ने महसूस करना शुरू कर दिया कि हम जिस तरह का बौद्ध धर्म निभा रहे हैं, वह सच है” धर्मगुरु दलाई लामा (Dalai Lama) बिहार के गया में 14 दिनों तक रहेंगे।
6 जनवरी को 50,000 लोगों को देंगे लेक्चर
एक रिपोर्ट के अनुसार दलाई लामा ‘ए गाइड टू बोधिसत्व वे ऑफ लाइफ’ (A Guide to Bodhisatva’s Way of Life) पर शिक्षा प्रदान करेंगे। यह एक बौद्ध धर्मग्रंथ है इस पुस्तक की रचना आठवीं शताब्दी में एक भारतीय भिक्षु शांतिदेवा ने की थी। वहीं धर्मगुरु दलाई लामा 6 जनवरी को 50,000 लोगों की उपस्थिति में लेक्चर भी देंगे।
Dalai Lama के उत्तराधिकारी पर विवाद
बता दें कि चीन और तिब्बती बौद्ध दलाई लामा के उत्तराधिकारी को लेकर विवाद चल रहा है। वहीं चीन जोर देकर कहता रहा है कि दलाई लामा के पुनर्जन्म की परंपरा जारी रहनी चाहिए वहीं कई तिब्बती बीजिंग के उत्तराधिकारी को “थोपने” के स्पष्ट प्रयास के विरोध में हैं।
वहीं दलाई लामा ने खुद इस मुद्दे को खारिज कर दिया, उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा करना जल्दबाजी होगी। “आप सभी ने मेरे पुनर्जन्म के बारे में बहुत चर्चा की। मेरी उम्र 84 या 85 साल है और मैं काफी अच्छा हूं। तो आप मेरे पुनर्जन्म के बारे में जल्दी में क्यों हैं? ”