जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल से 21 साल करने के विधेयक के खिलाफ पैनल के पास मेल भेजे गए हैं। लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने वाले विधेयक पर विचार कर रहे संसदीय पैनल के पास ये मेल भेजे गए हैं। इन मेल की संख्या तकरीबन 90 हजार है। जिनमें शादी की उम्र 18 से 21 साल करने का विरोध किया गया है।
लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र होगी 21 साल, सभी धर्मों पर लागू होगा कानून
शिक्षा, महिलाएं, बच्चे, युवा और खेलों को लेकर बनी संसदीय समिति की अध्यक्षता बीजेपी नेता विनय सहस्रबुद्धे करते हैं। ये ही समिति लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। समिति का कहना है कि ये ईमेल एक साजिश का हिस्सा लगते हैं ताकि सरकार की इस कोशिश को विफल किया जा सके। समिति को बाल विवाह निषेध (संशोधन) अधिनियम पर करीब 95 प्रतिशत ऐसे ईमेल मिले हैं।
लड़कियों की शादी की उम्र से जुड़ा ये अहम विधेयक 2021 में लोकसभा में लाया गया था। समिति के सूत्रों के मुताबिक विरोध करने वाले करीब 90 हजार ईमेल का कंटेट एक जैसा है और लगता है कि इसे बनाने वाला स्रोत एक ही है। जिसे देख ये एक साजिश लगती है। ताकि इस अहम विधेयक को रोका जा सके। ये प्रस्तावित विधेयक देश के सभी समुदायों पर लागू होगा और मौजूदा विवाह और निजी कानूनों की जगह लेगा।