रश्मि सिंह|Lal Bahadur Shastri Death Anniversary: आज यानी 11 जनवरी को भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का निधन हुआ था। आज उनका 57वां पुण्यतिथि है। देश के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन दे दिए थे। प्रधानमंत्री जैसे सर्वेच्च पद पर बने रहने के बावजूद ईमानदारी और सुचिता का ऐसा उदाहरण दुनिया में कहीं और नहीं मिलता।
शास्त्री जी के कार्यकाल में भारत ने जीती 1965 की जंग
देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद लाल बहादुर शास्त्री ने 9 जून 1964 को देश की कमान संभाली थी। वह करीब 18 महीने ही भारत के प्रधानमंत्री रहे। भारत ने लाल बहादुर शास्त्री के प्रधानमंत्री रहने के दौरान ही पाकिस्तान से 1965 की जंग जीती थी। इस दौरान अयूब खान पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे। पंडित नेहरू के निधन के बाद पाकिस्तान ने शास्त्री जी के साथ साल 1964 में एक बैठक की थी। इसके बैठक के बाद शास्त्री जी और अयूब खान की मुलाकात हुई थी, जिसमें शास्त्री की सादगी को देखकर अयूब खान को लगा कि वह भारत से कश्मीर जबरन हथिया सकते है।
संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत
11 जनवरी 1966 को उज्बेकिस्तान के ताशकंद में आधिकारिक दौरे पर गए पूर्व पीएम लालबहादुर शास्त्री का निधन हो गया था। 1965 की भारत-पाकिस्तान जंग के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के लिए ताशकंद को चुना गया था। यहां पर दोनों देशे के बीच समझोते के बाद शास्त्री जी का रहस्यमयी परिस्थितियों में निधन हो गया।