नई दिल्ली : Afghanistan Crisis: आतंकी संगठन तालिबान, अफ़ग़ानिस्तान पर अपना कब्ज़ा जमा चूका है। सत्ता पर कब्जा करने से पहले, तालिबान द्वारा एक बयान जारी किया गया था, जिसमें उसने कहा कि तालिबान शांतिपूर्ण तरीकों से अफगान धरती पर शासन करना चाहता है। तालिबान के प्रवक्ता मुजाहिद ने 17 अगस्त को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि, ‘उन्होंने इस्लामी कानून के अनुसार महिलाओं के अधिकारों को मान्यता और सम्मान देने का वादा किया है।’ लेकिन सत्ता मिलते ही तालिबान ने अपने रंग दिखने शुरू कर दिये है, सोशल मीडिया के जरिये तालिबान की पत्रकारों से क्रूरता, महिलाओं से बर्बरता की तस्वीरें सामने आ रही है।
Afghanistan Crisis: तालिबान के झूठे वादों पर विश्वास करना बेवकूफी होगी
यह तस्वीरें साफ़ जाहिर करती है की तालिबान न तो कभी बदला था, ना बदला है, और न ही कभी बदलेगा। तालिबान के झूठे वादों पर विश्वास करना बेवकूफी साबित होगी। तालिबान ने अफ़ग़ान जमीं पर काम करने वाली महिलाओं को घर बैठने को कह दिया। महिलाओं के बीच चौहराहे पर बदसलूकी की तस्वीरें बेहद ही निंदनीय है।
क्योकि अब सज़ा देने वाला कोई है नहीं, जिसके चलते तालिबान अपनी मनमर्जी चला रहा है यह सब तस्वीरें देखने के बाद अफ़ग़ानिस्तान की पहली महिला ‘फिक्स्ड विंग पायलट नीलोफर रहमानी’ ने तालिबान पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि “‘महिलाओं के उत्पीड़न का डर मंडरा रहा है, क्योंकि बदमाश लड़ाके बिना किसी विरोध के शहर में घूम रहे हैं।’
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बता दें, फॉक्स न्यूज से बात करते हुए रहमानी ने अपने परिवार को लेकर चिंता जताई है। उनका परिवार अभी भी अफगानिस्तान में फसा हुआ है । जो तालिबान के कब्जे में है। रहमानी ने बताया, “दुर्भाग्य से मेरा परिवार अभी भी वहां है और मैंने सुना है कि अफगानिस्तान में क्या हो रहा है, मुझे उनकी सुरक्षा का डर है”। नीलोफर रहमानी ने अपने बयान में यह भी कहा कि “तालिबान पर विश्वास कर दुनिया बिना किसी कारण के अफगान महिलाओं के उत्पीड़न का गवाह बनेगी।”
Afghanistan Crisis:-
तालिबान के विनाश के बाद से अफगानिस्तान वायु सेना में पहली महिला पायलट
नीलोफर रहमानी ने अफ़ग़ानिस्तान में पहली महिला फिक्स्ड विंग एविएटर बन कर इतिहास रचा था, वह 2001 में तालिबान के विनाश के बाद से अफगानिस्तान वायु सेना में पहली महिला पायलट भी रह चुकी हैं। 2012 में अपने प्रशिक्षण के दिनों में रहमानी और उनके परिवार को तालिबान द्वारा मौत की धमकी दी गयी थी। बिगड़ती स्थिति के बाद रहमानी को 2016 से अपनी दो बहनों के साथ फ्लोरिडा में शरण लेनी पड़ी थी
तालिबान एक आतंकवादी संगठन है जो हिंसा, उत्पीड़न, आतंकवाद और नागरिक अधिकारों के उल्लंघन के लिए जाना जाता है।
https://www.youtube.com/watch?v=lk-Qjkmh19c