Ramban Disaster News : जम्मू-श्रीनगर के रामबन में रविवार को बादल फटने से भूस्खलन, तबाही और भारी नुकसान हुआ है। रामबन पहुंचते ही मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को उस समय लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। रामबन में एक दिन पहले ही भयानक लैंडस्लाइड और बाढ़ आया था, जिसे वहां सबकुछ तबाह कर दिया। इस हादसे में 3 लोगों की मौत भी हो गई है। सीएम उमर अब्दुल्ला इसी का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे, जब उन्हें लोगों ने घेर लिया और बात करने की जिद करने लगे।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने किया स्थिति का जायजा
सोमवार, 21 अप्रेल को भारी वर्षा के वजह से राहत कार्य तो बाधित किया गया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रामबन का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। जम्मू से मंडलायुक्त रमेश कुमार ने भी अधिकारियों के साथ दौरा कर जरूरी-दिशा निर्देश दिए। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने करने के साथ केंद्र सरकार से सहयोग की अपील की। बता दें कि रविवार तड़के बादल फटने से रामबन के सेरी बगना गांव में तीन लोगों की मौत हो गई थी।
सीएम उमर अब्दुल्ला की गाड़ी लोगों ने रोकी
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का एक वीडियो साझा किया गया है, जिसमें लोग उनकी गाड़ी को रोकते हुए दिख रहे है। गाड़ी रोकने वालों में सबसे आगे महिलाएं ही दिख रही हैं, गाड़ी रोके जाने के बाद उमर अब्दुल्ला के सुरक्षाकर्मी, उन्हें हटाने की कोशिश भी करते दिख रहे हैं, लेकिन लोग हटने को तैयार नहीं हुए, एक शख्स तो गाड़ी के आगे भी लेट गया। इन सबके बीच उमर अब्दुल्ला गाड़ी में बैठे रहे। जब लोग नहीं हटे तब उमर अब्दुल्ला गाड़ी से निकले और लोगों से बात की।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा,”रामबन में हालत खराब है। कई ऐसी जगह है जहां हाईवे बंद है। अफसरों के साथ मैंने बैठक की। उम्मीद की जा रही है कि 24 घंटे में हम हाईवे कम से कम वनवे के लिए खोल दी जाए। हालांकि हमारे पास 3-4 दिन के लिए तमाम जरूरतमंद चीजें हैं, किसी चीज की कमी नहीं है।”
उमर अब्दुल्ला ने आगे कहा, “हम राहत के लिए काम कर रहे हैं, फिलहाल हमारी अभी कोशिश है कि हाईवे पुनर्स्थापित हो, नुकसान का आकलन हम कर रहे हैं, फिलहाल इनके लिए राशन और पानी की व्यवस्था की जा रही है। जिन लोगों का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है उनके लिए हम मुफ्त राशन का ऐलान जम्मू से कर लेंगे। इसके लिए मैं कागज तैयार कर लूंगा। डीसी साहब से कहा गया है कि जल्द लंगर चालू करें। टैंकरों की व्यवस्था की जा रही है…जैसे ही सड़क के काम हो जाएंगे वैसे ही हम नुकसान का आकलन करके इन लोगों तक राहत पहुंचा देंगे।”
200 से अधिक परिवार प्रभावित
रामबन जिला में मलबा आने से सबसे ज्यादा सेरी, केला मोड़, कोउ भाग, बावली बाजार, हायर सेकेडरी स्कूल रामबन, बस स्टैंड और धर्मकुंड क्षेत्रों में नुकसान हुआ है। इससे 200 से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं। जिनके घर मलबे में ज्यादा दब गए हैं, उन्हें सामुदायिक केंद्र, पंचायत घरों व स्कूलों में आसरा दिया गया है।






 
  
  
  
  
 



 
                                









 
			




































































 
			
 
                                








 
							
 
  
  
 