Mann Ki Baat News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात का 123वां एपिसोड रविवार, 29 जून को प्रसारित हुआ। 22 भाषाओं में प्रस्तुत होने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत पीएम मोदी ने योग दिवस पर चर्चा से की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 123वें संस्करण में कहा, “आप कल्पना कर सकते हैं वह दौर कैसा था। इमरजेंसी लगाने वालों ने न केवल हमारे संविधान की हत्या की बल्कि उनका इरादा न्यायपालिका को अपना गुलाम बाए रखने का था। इस दौरान लोगों को बड़े पैमाने पर प्रताड़ित किया गया था। इसके ऐसे अनेक उदाहरण हैं जिन्हें कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। जॉर्ज फ़र्नान्डिस साहब को जंजीरों में बांधा गया था।”
“लोकतंत्र के साथ कोई भी समझौता नहीं”
पीएम मोदी ने आगे कहा कि “अनेक लोगों को कठोर यातनाएं दी गईं। MISA के तहत किसी को भी ऐसे ही गिरफ्तार कर लिया जाता था। उस दौर में जो हजारों लोग गिरफ्तार किए गए, उन पर ऐसे ही अमानवीय अत्याचार हुए लेकिन ये भारत की जनता का सामर्थ्य है कि वो झुकी नहीं, टूटी नहीं और लोकतंत्र के साथ कोई भी समझौता उसने स्वीकार नहीं किया। आखिरकार जनता-जनार्दन की जीत हुई, आपातकाल हटा लिया गया और आपातकाल थोपने वाले हार गए।
“देश में आपातकाल लागू हुए 50 साल पूरे”
आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने कहा “कुछ दिन पहले देश में आपातकाल लागू हुए 50 साल पूरे हुए और हम देशवासियों ने ‘संविधान हत्या दिवस’ मनाया। हमें उन लोगों को याद करना चाहिए जिन्होंने आपातकाल के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी। यह हमें अपने संविधान की रक्षा के लिए सतर्क रहने की प्रेरणा देता है।”
योग दिवस पर बोले पीएम मोदी
योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आप सभी इस समय योग की ऊर्जा और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की स्मृतियों से भरे होंगे। इस बार भी 21 जून को देश दुनिया के करोड़ों लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में हिस्सा लिया। आपको याद है 10 साल पहले इसका प्रारंभ हुआ। 10 साल में ये सिलसिला हर साल पहले से भी ज्यादा भव्य बनता जा रहा है। यह इस बात का भी संकेत है कि ज्यादा से ज्यादा लोग अपने दैनिक जीवन में योग को अपना रहे हैं।”