नई दिल्ली: Uttar Pradesh के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जेल वार्डन, घुड़सवार पुलिस और फायरमैन के पदों पर चयनित 5,805 युवाओं को नियुक्ति-पत्र सौंपे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीते सवा चार वर्षों में उत्तर प्रदेश में सरकारी पदों पर हुई हर भर्ती ने पारदर्शिता और ईमानदारी की मिसाल कायम की है। उन्होंने कहा कि 2017 के पहले जिस यूपी में भर्ती प्रक्रिया भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और वसूली की पारिवारिक महाभारत की भेंट चढ़ जाती थी, वहां चार लाख से अधिक पदों पर हुई नियुक्तियों में से एक पर भी सवाल नहीं किया जा सकता।
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Uttar Pradesh: पुलिस विभाग में डेढ़ लाख नियुक्तियां
मुख्यमंत्री ने बीते सवा चार वर्षों में चार लाख से अधिक पदों पर हुई नियुक्तियों की चर्चा करते हुए कहा कि जिस प्रदेश में कुछ लोग केवल भर्ती प्रक्रिया अटकाने के लिए प्रयासरत रहते हैं, वहां अकेले पुलिस विभाग में डेढ़ लाख नियुक्तियां करना आसान काम नहीं। प्रदेश में सरकारी के अलावा निजी निवेश से भी युवाओं को नौकरी के अवसर मिले हैं।
सेवाकाल में ईमानदारी का भाव
मुख्यमंत्री ने बधाई देते हुए कहा कि अब जब बगैर सिफारिश, पारदर्शी व्यवस्था के तहत उनकी प्रतिभा के अनुसार चयन हुआ है। तो सेवाकाल में ईमानदारी का भाव ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि नौकरी के एवज में मिलने वाला वेतन जनता के सहयोग से दिया जाता है, तो जवाबदेही भी जनता के प्रति होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने अरसे बाद फायरमैन और घुड़सवार पुलिस के पदों पर भर्ती होने पर भी खुशी जताई, साथ ही महिलाओं के चयन पर प्रसन्नता जताई।
जेल मैनुअल में जरूरी बदलाव
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश के जेलों में सीसीटीवी, वीडियो वॉल ड्रोन आदि आधुनिकतम तकनीक के माध्यम से सुरक्षा तंत्र और मजबूत हुआ है। अंग्रेजों के जमाने के जेल मैनुअल में जरूरी बदलाव किए गए हैं। अब मानव संसाधन की कमी दूर करने की दिशा में जेल वॉर्डर की तैनाती हो रही है।
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